पहली पसंद क्यों बन रहा Naked Flying? कुछ तो है खास, जिसने ट्रैवलर्स को बनाया दीवाना
दुनिया भर में ज़्यादातर लोग घूमने-फिरने के शौकीन होते हैं। घूमने-फिरने से मन को शांति मिलती है। घूमने-फिरने से न सिर्फ़ आपको नई जगहें देखने, उनकी संस्कृति के बारे में जानने और मौज-मस्ती करने का मौक़ा मिलता है, ल्कि यह आपके जीवन को कई तरह से बेहतर भी बना सकता है। घूमने-फिरने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। हालांकि, कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लगता है कि घूमने-फिरने के लिए उन्हें कई तरह के जाल में फंसना पड़ता है।
इनमें कपड़े पैक करने से लेकर खाने-पीने की चीज़ें स्टोर करना तक सब कुछ शामिल है। उन्हें लगता है कि इतना झंझट करने की क्या ज़रूरत है। घूमने-फिरने की दुनिया में नेकेड फ्लाइंग का चलन बढ़ गया है। यह बिल्कुल वैसा नहीं है जैसा आप नाम सुनते ही सोचते हैं। यहां इसका मतलब बिना कपड़ों के घूमना-फिरना नहीं है। अगर आपने अभी तक इस चलन के बारे में नहीं सुना है, तो आपको यह लेख अंत तक ज़रूर पढ़ना चाहिए।
नेकेड फ्लाइंग का मतलब है कि आप बिना किसी परेशानी के यात्रा कर सकते हैं। यह बिना बैगेज और भारी सामान के यात्रा करने की कला है। इसमें आप केवल ऐसी चीजें ले जा सकते हैं जो जेब में आसानी से फिट हो जाएं। जैसे मोबाइल, चार्जर, वॉलेट। इससे आप पैसे भी बचा सकते हैं। कई लोगों की आदत होती है कि वे जहां भी जाते हैं, भारी सामान पैक कर लेते हैं। इसके कारण उन्हें एयरपोर्ट पर अतिरिक्त शुल्क भी देना पड़ता है। वहीं, यात्री नेकेड फ्लाइंग के जरिए अपना समय भी बचा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आपके पास कोई सामान नहीं होगा तो चेक-इन में समय बर्बाद नहीं होगा। न ही सामान खोने का डर रहेगा।
अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आप बिना बहुत सारे कपड़े, जूते और टॉयलेटरीज़ के कैसे यात्रा कर सकते हैं? तो आपको बता दें कि इस ट्रैवलिंग ट्रेंड को वो लोग फॉलो कर रहे हैं जो कम सामान के साथ यात्रा कर सकते हैं। इसका उद्देश्य केवल आरामदायक और फ्री फ्लोइंग ट्रैवल को बढ़ाना है। अगर आप इस तरह की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
आपको ऐसे कपड़े पैक करने चाहिए जो बैकपैक में फिट हो सकें। स्मार्ट टॉयलेटरीज़ रखें। जितना हो सके तकनीक का कम से कम इस्तेमाल करें। जैसे सिर्फ मोबाइल, पावर बैंक और हेडफोन ही पैक करें। लैपटॉप या कैमरा ले जाने से बचें। फोन में डिजिटल बोर्डिंग पास और ई-डॉक्यूमेंट रखें। इससे आपको हार्ड कॉपी रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पासपोर्ट, वीजा और फ्लाइट टिकट की स्कैन कॉपी मोबाइल में सेव कर लें।