भगवान शिव की 123 फीट लंबी प्रतिमा, जानें इस अनोखे मंदिर का रहस्य
Jul 9, 2025, 17:00 IST
भारत में ऐसे कई मंदिर हैं, जिनका इतिहास सदियों पुराना है। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा हैभगवान शिव को समर्पित इस मंदिर का नाम मुरुदेश्वर है। आपको बता दें कि मुरुदेश्वर भगवान शिव का नाम है। मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां भगवान शिव की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। इस मूर्ति की ऊंचाई लगभग 123 फीट है। ऐसा माना जाता है कि यह दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची शिव प्रतिमा है।
इस मूर्ति को बनाने में करीब दो साल का समय लगा और करीब 5 करोड़ की लागत आई। यहां भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं।पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव रावण की तपस्या से प्रसन्न हुए और उसे एक लिंग दिया। भगवान शिव ने रावण से कहा कि यदि तुम अमर होना चाहते हो तो रास्ते में शिवलिंग मत रखना। लेकिन भगवान गणेश की चतुराई ने रावण को लंका भेज दिया और लिंग को गोकर्ण के संरक्षण में रख दिया।तब क्रोधित रावण ने इस लिंग को उखाड़ने और नष्ट करने का प्रयास किया। इसी दौरान जिस कपड़े से शिवलिंग ढका हुआ था वह कपड़ा मृदेश्वर के कंदुका पर्वत पर गिर गया। मृदेश्वर को अब मुरुदेश्वर के नाम से जाना जाता है।