×

राजस्थान की पुरानी फुटेज और फोटोज में देखिये कितना आलीशान ख़ूबसूरत शाही था उस दौर का मंज़र 

 

राजस्थान न्यूज डेस्क !!! अपनी खूबसूरती से पूरी दुनिया को अपना मुरीद बनाने वाली राजस्थान की गुलाबी नगरी देशी-विदेशी पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। गौरतलब है कि पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान पूरे विश्व में एक अलग स्थान रखता है. जयपुर शहर अपने शानदार महलों, ऊंची दीवारों और किलों के साथ न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश में पर्यटन के शीर्ष केंद्रों में से एक है। इस शहर को बनाते समय इसमें प्रवेश के लिए 7 द्वार बनाए गए थे। यह शहर दीवारों से घिरा हुआ है।

<a href=https://youtube.com/embed/Ie5vXGntLec?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/Ie5vXGntLec/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" style="border: 0px; overflow: hidden;" width="640">

1876 ​​में जब प्रिंस ऑफ वेल्स के आगमन की खबर मिली तो महाराजा सवाई मानसिंह ने उनके स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंग दिया था। तभी इस शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा। यहां की प्रमुख इमारतों में सिटी पैलेस, 18वीं सदी का जंतर-मंतर, हवामहल, रामबाग पैलेस और नाहरगढ़ किला शामिल हैं। अन्य सार्वजनिक भवनों में एक संग्रहालय और एक पुस्तकालय शामिल हैं। 1876 ​​में महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ, प्रिंस ऑफ वेल्स अल्बर्ट के स्वागत के लिए पूरे शहर को गुलाबी रंग से ढकवा दिया था। इसलिए जयपुर का नाम गुलाबी नगर हो गया। जयपुर शहर का निर्माण 1727 में शुरू किया गया था, इसके प्रमुख हिस्सों के निर्माण में लगभग 4 साल लगे। जयपुर की राजधानी आमेर हुआ करती थी।

.

गुलाबी शहर आभूषणों का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यह अपने विशेष प्रकार के रत्नों को तराशने और कुशलता से बनाने के लिए न केवल पूरे भारत में बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां के हाथी दांत के खिलौने कलात्मक ढंग से बनाये जाते हैं। इतना ही नहीं यहां हाथी दांत की चूड़ियां भी बनाई जाती हैं। हाथी दांत से बनी विभिन्न वस्तुएँ - मूर्तियाँ, खिलौने, आभूषण, फूल और पत्तियाँ आदि विदेशों में निर्यात की जाती हैं। यहां के चांदी, पीतल, चंदन, लकड़ी और कुट्टी के खिलौने भी बहुत प्रसिद्ध हैं। रंग-रोगन भी बहुत कुशलता से किया जाता है।

झीलों का शहर उदयपुर अपनी खूबसूरती के लिए देश-दुनिया में अलग पहचान रखता है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण देशी-विदेशी पर्यटकों का ध्यान विशेष रूप से इस शहर की ओर जाता है। क्या आप जानते हैं कि लेक सिटी उदयपुर सैकड़ों साल पहले कितना खूबसूरत था? जी हां, हम आपको उदयपुर शहर की 100 साल से भी ज्यादा पुरानी तस्वीरें दिखा रहे हैं, जिसमें लेक सिटी काले और सफेद रंग में बेहद आकर्षक लग रही है।

राजस्थान के वेनिस जैसा उदयपुर आज से 100 साल पहले भी कई गुना खूबसूरत था। शहर के शानदार महलों, मंदिरों और यहां की खूबसूरत झील का नजारा महाराणा भूपाल सिंह के शासनकाल के दौरान कैद किया गया था। इन तस्वीरों से राजस्थान के मेवाड़ राजवंश की भव्यता का अंदाजा लगाया जा सकता है। तस्वीरों में उदयपुर की फतेह सागर झील, सिटी पैलेस, माणक चौक, दूध तलाई और जनाना महल दिखाई दे रहे हैं। इन तस्वीरों में झीलों के शहर की खूबसूरती खासतौर पर दिखाई गई है।

उदयपुर शहर अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में पहचाना जाता है। उदयपुर शहर पर्यटकों के लिए सबसे अच्छी लोकेशन मानी जाती है। तमाम अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं ने भी इसे पर्यटकों के घूमने लायक खूबसूरत जगहों में शामिल किया है।