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क्या आप भी वाराणसी घूमने जा रहे हैं तो इन जगहों को एक्सप्लोर करना ना भूलें, नहीं तो अधूरी रह जाएगी ट्रिप

 

काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित दशाश्वमेध घाट पर हर शाम होने वाली भव्य गंगा आरती अवश्य देखें। दुनिया के कोने-कोने से लोग खास तौर पर इसके लिए यहां आते हैं।

<a href=https://youtube.com/embed/9qYSrmfIT3w?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/9qYSrmfIT3w/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" style="border: 0px; overflow: hidden;" width="640">

यह आरती अस्सी घाट और राजेंद्र प्रसाद घाट पर भी होती है। इसे देखने के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी होती है और लोग घाट की सीढ़ियों, नाव या हाउस बोट से इसका आनंद लेते हैं।

हात्मा बुद्ध ने सबसे पहले इसका उपदेश दिया था, इसीलिए इसे एक अत्यंत महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थल माना जाता है। यहां मौजूद विश्व प्रसिद्ध अशोक स्तंभ में चार सिंह और एक धर्म चक्र है। राष्ट्रीय ध्वज का घेरा यहीं से लिया गया है। इसके अलावा, धमेक स्तूप परिसर, बौद्ध मठ, अशोक स्तंभ और संग्रहालय अवश्य देखें और इस स्थान के ऐतिहासिक महत्व को समझें।

अगर आप बनारस के घाटों का शानदार नजारा देखना चाहते हैं तो सुबह-ए-बनारस देखना न भूलें। इसके लिए सुबह-सुबह नाव की सवारी बुक करें। यह आपको सुबह उगते सूरज की झलक दिखाते हुए यहां मौजूद सभी घरों की झलक दिखाता है। आप अपनी इच्छानुसार गंगा के एक किनारे से दूसरे किनारे तक नाव की सवारी पर भी जा सकते हैं। घाट का असली आनंद तभी पूरा होगा जब आप सीढ़ियों पर बैठकर नींबू की चाय और इडली चटनी का आनंद ले सकें।