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आगरा में ही नहीं राजस्थान में भी हैं ताजमहल, इस अप्रैल आप भी अपने परिवार के साथ जरूर करें सैर, प्राकृतिक नजारें देख नहीं करेगा वापस आने का मन

 

ट्रेवल न्यूज़ डेस्क !!! राजस्थान में आपने कई ऐतिहासिक संरचनाएं देखी होंगी, कुछ अपने भव्य महलों के लिए जानी जाती हैं, तो कुछ अपनी प्राचीन कहानियों के लिए प्रसिद्ध हैं। खूबसूरती के मामले में राजस्थान का कोई सानी नहीं है। इस सूची में जोधपुर शहर भी शामिल है, जिसे ब्लू सिटी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल यह जगह अपने संगमरमर के स्मारक के लिए मशहूर है। और कोई ऐसा स्मारक नहीं बल्कि लोकप्रिय स्मारक है ताज महल। जी हां, सुनकर शायद आपको यकीन न हो, लेकिन ये सच है, इसे मेवाड़ का ताज महल कहा जाता है। झील और हरे-भरे पेड़ों से घिरा यह आकर्षण जोधपुर आने वाले पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। आइए आज हम आपको इस ताज महल के बारे में बताते हैं।

जसवन्त थड़ा को मेवाड़ का ताज महल कहा जाता है क्योंकि इसके निर्माण में शुद्ध संगमरमर का उपयोग किया गया था। लेकिन अगर हम इसकी तुलना आगरा के ताज महल से करें तो राजस्थान का राज महल आगरा के ताज महल से बिल्कुल अलग है। जसवन्त थड़ा में आपको छोटे-छोटे गुम्बद भी मिलेंगे। यह नाम महाराजा जसवन्त सिंह द्वितीय द्वारा दिया गया था। बता दें, इस स्मारक का निर्माण उनके बेटे महाराजा सदर सिंह ने साल 1899 में करवाया था, जिस दौरान लागत 2 लाख 84 हजार के करीब आई थी। स्मारक के अंदर आपको मेवाड़ काल के राजाओं की तस्वीरें मिलेंगी। इस स्मारक में न सिर्फ सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है, बल्कि यहां आपको लाल रंग के संगमरमर भी मिलेंगे, जो इस स्मारक को अनोखा लुक देते हैं।

इस ऐतिहासिक स्मारक की सीढ़ियों पर स्थानीय लोक-संगीत कलाकार आपका स्वागत करेंगे। कुछ राजस्थानी कलाकार भी पर्यटकों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं। स्मारक के आंतरिक भाग को भी सुंदर नक्काशी और कलाकृतियों से सजाया गया है। स्मारक के चारों ओर बने मेहराब और स्तंभ पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अंदर आप कुछ पेंटिंग्स भी देख सकते हैं, जो शासकों द्वारा बनवाई गई थीं। दूर से दिखाई देने वाला गुंबद मुगल वास्तुकला से प्रभावित है।

स्मारक की वास्तुकला उत्कृष्ट है, एक पर्यटक के रूप में आप यहां आकर्षक नक्काशी देख सकते हैं, संरचना के पास बनी झील देख सकते हैं, स्मारक परिसर को समझ सकते हैं और इतिहास से जुड़ी कई कहानियां हैं। परिसर में एक बड़ा लॉन है जहां आप कुछ देर बैठ सकते हैं और सुंदर संरचना को देख सकते हैं। स्मारक के पास एक श्मशान भी है, जहां शाही परिवार के सदस्यों का अंतिम संस्कार किया गया था। यहां आप जली हुई लकड़ी के अवशेष देख सकते हैं।

यहाँ कैसे आये
जोधपुर राजस्थान का एक बड़ा शहर है, आप यहां परिवहन के तीनों साधनों से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां का निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर हवाई अड्डा है। रेल मार्ग के लिए आप जोधपुर रेलवे स्टेशन की मदद ले सकते हैं। आप चाहें तो यहां सड़क मार्ग से भी आ सकते हैं, जोधपुर बेहतर सड़कों द्वारा भारत के कई शहरों से जुड़ा हुआ है।