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आखिर क्यों रानी विक्टोरिया ने कर लिया था जयपुर में बसने का मन और ऐसा क्या हुआ की उन्होंने बदल लिया अपना मन? इस वीडियो में​ छिपे हैं सारे जवाब

 

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! महारानी विक्टोरिया जिन्होंने दुनिया के कई देशों में सबसे लंबे समय तक शासन किया। आजादी से पहले, भारत कई अन्य देशों के साथ ब्रिटिश क्राउन का गुलाम था। उस समय मेवाड़ प्रवास के दौरान उदयपुर शहर के गुलाब बाग में विक्टोरिया पैलेस का निर्माण कराया गया था। यह विक्टोरिया पैलेस आज सरस्वती पुस्तकालय के नाम से जाना जाता है। आज भी इस सरस्वती पुस्तकालय में रानी विक्टोरिया की एक भव्य प्रतिमा है, जो रानी विक्टोरिया की पोशाक और जीवनशैली को दर्शाती है।

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देश की आजादी के बाद अंग्रेज अपनी कई विरासतें भारत में छोड़ गये। इसी क्रम में एक अनोखी प्रतिमा उदयपुर के गुलाब बाग के पुस्तकालय भवन में भी है। यह मूर्ति महारानी विक्टोरिया की है। रानी विक्टोरिया की मूर्ति के बारे में इतिहास के पन्नों में कुछ भी दर्ज नहीं है। लेकिन कहा जाता है कि ये मूर्ति करीब 100 साल पुरानी है. महारानी विक्टोरिया कैसी दिखती थीं, कैसे कपड़े पहनती थीं। पहले यह गुलाब बाग के मध्य में स्थापित था। लेकिन लोगों के विरोध के बाद इसे गुलामी का प्रतीक मानकर इमारत के अंदर रख दिया गया। तब से प्रतिमा वहीं पड़ी हुई है। विक्टोरिया की मूर्ति को हटाकर वहां गांधी जी की मूर्ति स्थापित की गई है.

विक्टोरिया पैलेस में परीक्षा की तैयारी

उदयपुर शहर के गुलाब बाग में स्थित विक्टोरिया पैलेस अब राजकीय सरस्वती पुस्तकालय के नाम से जाना जाता है। इस लाइब्रेरी में सैकड़ों ऐसी किताबें हैं जो छात्रों को इतिहास सीखने में काफी मददगार साबित होती हैं। प्रतिदिन सैकड़ों छात्र अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए यहां आते हैं और शांत और प्राकृतिक वातावरण में बैठकर तैयारी करते हैं।