आप भी जानिए इस अनोखे गांव के बारे में,जहाँ पर एक साथ रहते हैं इंसान और तेंदुए!

बेहद खास होता है इंसानों और जानवरों का रिश्ता। बता दे की, इंसान सोचते हैं कि वे उनसे बेहतर हैं और धरती पर केवल उनका ही अधिकार है, मगर ऐसा नहीं है, जानवर भी प्रकृति के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितना इंसान। इसका प्रमाण भारत के एक गांव में देखने को मिलता है। भारत का यह गांव बेहद अनोखा है क्योंकि यहां इंसान और जानवर एक साथ रहते हैं। शहरी घरों में इंसानों के साथ जानवर भी रहते हैं, तो इसमें आश्चर्य की क्या बात है?
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, उदयपुर और जोधपुर के बीच बेरा गांव बेहद खूबसूरत है। गांव में राबड़ी समाज के लोग रहते हैं. ये लोग चरवाहे हैं और इस समुदाय के लोग हजारों साल पहले बलूचिस्तान से भारत के इस कोने में आए थे। यह जनजाति भगवान शिव की पूजा करती है और इस वजह से इन्हें जानवरों से भी बेहद प्यार है। इनका निर्माण भगवान शिव और माता पार्वती ने किया है।
लोग तेंदुओं के साथ रहते हैं
भगवान शिव ने उन्हें इसीलिए बनाया है, ताकि वे धरती पर माता पार्वती के ऊंटों की देखभाल कर सकें। बता दे की, सैकड़ों साल से इस गांव में तेंदुए आने लगे और उनके और इस जनजाति के लोगों के बीच समन्वय स्थापित हो गया. तेंदुए बहुत खतरनाक शिकारी माने जाते हैं जो इंसानों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मगर आज तक यहां किसी तेंदुए ने इंसानों पर हमला नहीं किया है, कभी-कभी उन्होंने कुछ मवेशियों पर हमला किया है।
आज तक ग्रामीणों पर हमला नहीं हुआ
तेंदुओं को देखकर इस गांव में आने वाले पर्यटक जरूर डर जाते हैं मगर गांव वाले इन्हें अपना ही मानते हैं। वे तेंदुए उस गांव की रक्षा करते हैं और उन्हें हर बुरी ताकत से बचाते हैं। बेरा गांव जंगल सफारी के लिए मशहूर है और आप यहां आसानी से जा सकते हैं। यह गांव अरावली पहाड़ियों के बीच बसा हुआ है।