आप भी जानिए इस अनोखी माँ के बारे में,जो बनी 26 साल की उम्र में 22 बच्चों की मां

मां बनना हर महिला के लिए बेहद खास अनुभव होता है। लेकिन ये सफर आसान नहीं है. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है। गर्भधारण के बाद एक मां के तौर पर उनकी जिम्मेदारियां और भी बढ़ जाती हैं। यही कारण है कि आजकल महिलाएं एक से अधिक बच्चे नहीं चाहतीं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि रूस की एक महिला एक या दो नहीं बल्कि 22 बच्चों की मां है और उसकी उम्र महज 26 साल है!
26 साल की रूसी महिला क्रिस्टीना ओज़टर्क जॉर्जिया में रहती हैं। उनके 22 बच्चे हैं, लेकिन वह इस संख्या को 3 अंक तक ले जाना चाहती हैं यानी बच्चों के मामले में शतक लगाना चाहती हैं. आप सोच रहे होंगे कि 26 साल की महिला के 22 बच्चे कैसे हो सकते हैं, तो आइए हम आपको बताते हैं कि पूरी कहानी क्या है। आपको बता दें कि क्रिस्टीना की सबसे बड़ी बेटी 8 साल की विक्टोरिया का गर्भधारण प्राकृतिक तरीके से हुआ था। लेकिन उसके बाद के सभी 21 बच्चे सरोगेसी के जरिए पैदा हुए। इन 21 बच्चों में से 20 का जन्म साल 2020 में हुआ है.
साल 2021 में उन्होंने अपनी सबसे छोटी बेटी ओलिविया का स्वागत किया. महिला ने कहा कि वह अपने करोड़पति पति से 105 बच्चे चाहती है। आपको बता दें कि उनके पति उनसे 32 साल बड़े हैं। 58 वर्षीय गैलिप ओज़टर्क होटल के मालिक हैं। इस साल की शुरुआत में उन्हें 8 साल की जेल हुई थी। उन पर अवैध ड्रग्स खरीदने और रखने का आरोप था। यह दंपत्ति सरोगेसी की मदद से अपने बच्चों का दुनिया में स्वागत कर रहा है, जिससे गैलिप जेल में रहते हुए भी पिता बन सकेगा।
क्रिस्टीना की मुलाकात गैलिप से बटुमी, जॉर्जिया में छुट्टियां बिताने के दौरान हुई थी। इस साल फरवरी में क्रिस्टीना ने एक किताब लॉन्च की थी जिसमें उन्होंने मेगा-मॉम बनने का अपना अनुभव साझा किया था। क्रिस्टीना ने कहा कि जब से उसके पति की गिरफ्तारी हुई है, उसे बच्चों की देखभाल अकेले ही करनी पड़ रही है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर बताया कि वह अपने पति की गैरमौजूदगी में काफी अकेला महसूस कर रही हैं. द सन वेबसाइट की फैबुलस मैगजीन से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मार्च 2020 से जुलाई 2021 के बीच उन्होंने सरोगेट्स को 1.4 करोड़ रुपये दिए। एक समय घर में 16 दाइयां एक साथ काम करती थीं, जिन्हें कुल 68 लाख रुपये से अधिक का वेतन दिया जाता था।