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ये इश्क़ है इसमें सब जायज़ है: 15 का दूल्हा और 73 की दुल्हन

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प्यार एक ऐसा अहसास है जो न तो उम्र देखता है, न ही जात-पात, रंग-रूप और सामाजिक मान्यताओं की सीमाएं। यही वजह है कि जब इंडोनेशिया से एक चौंकाने वाली प्रेम कहानी सामने आई, तो दुनिया हैरान रह गई। इस प्रेम कहानी में एक तरफ 15 साल का किशोर है और दूसरी तरफ 73 साल की महिला। दोनों ने न सिर्फ एक-दूसरे से प्रेम किया, बल्कि विवाह के बंधन में भी बंधने की ठान ली।

यह कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट जैसी लगती है, लेकिन यह हकीकत है। सेलामत रियादी नाम का यह किशोर, जिसे कुछ समय पहले मलेरिया हो गया था, अपनी बीमारी के दौरान अपनी पड़ोसी महिला रोहाया बिनती मोहम्मद जकफर की देखरेख में रहा। इसी देखभाल के दौरान दोनों के बीच भावनात्मक लगाव बढ़ता गया और फिर वह गहरा प्रेम बन गया।

2. जब प्रेम पर आई उम्र की दीवार

इस प्रेम कहानी में सबसे बड़ी अड़चन बनी लड़के की उम्र। इंडोनेशिया में विवाह के लिए पुरुष की न्यूनतम उम्र 19 वर्ष निर्धारित है। लेकिन 15 साल का सेलामत इससे चार साल छोटा है। इसके चलते स्थानीय प्रशासन और सामाजिक नियमों के अनुसार इस शादी को वैधता नहीं मिल रही थी।

परंतु जब प्रेमी युगल ने शादी न होने की स्थिति में आत्महत्या की धमकी दी, तो स्थिति गंभीर हो गई। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और गांव के बुजुर्गों को भी यह मामला सुलझाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा। आखिरकार, सुमात्रा गांव के मुखिया सिक ऐनी ने मामले को समझते हुए इस विवाह को मंजूरी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय प्रेमियों के जीवन की रक्षा के लिए लिया गया।

3. सामाजिक बहस और चर्चा का विषय बनी यह शादी

सेलामत और रोहाया की यह प्रेम कहानी पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया पर इस विवाह को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे सच्चे प्यार की मिसाल मान रहे हैं, तो कुछ इसे सामाजिक और नैतिक मूल्यों के खिलाफ बता रहे हैं। विशेष रूप से लड़के की कम उम्र को लेकर चिंता जताई जा रही है।

हालांकि, प्रेमी जोड़े का कहना है कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि समाज क्या कहता है। वे एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और साथ में जीवन बिताना चाहते हैं। उनका यह अडिग विश्वास ही था जिसने अंततः प्रशासन को झुकने पर मजबूर कर दिया।

4. रिश्तों की परिभाषा बदलती यह प्रेम गाथा

इस प्रेम कहानी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सच्चा प्यार किसी बंधन को नहीं मानता। जहां एक ओर समाज में आज भी कई रिश्ते उम्र, वर्ग और धर्म की दीवारों में उलझे रहते हैं, वहीं दूसरी ओर सेलामत और रोहाया जैसे प्रेमी अपने दिल की आवाज सुनते हुए सब कुछ पीछे छोड़ देते हैं।

इस विवाह को लेकर कई मनोवैज्ञानिक और सामाजिक विश्लेषक भी अपनी राय दे रहे हैं। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इतनी बड़ी उम्र का अंतर भविष्य में जटिलताओं को जन्म दे सकता है। वहीं कुछ इसे एक असाधारण लेकिन सच्चे प्रेम का उदाहरण मानते हैं, जो सहानुभूति और मानवीय संबंधों की ऊंचाई को दर्शाता है।

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