
दुनिया में कई ऐसे अनोखे स्थान हैं जो अपनी विशेषताओं के कारण सुर्खियों में रहते हैं। फिनलैंड का ‘Supershe Island’ भी उन्हीं में से एक है, लेकिन इसकी खास बात यह है कि यह आईलैंड सिर्फ महिलाओं के लिए है, और यहां पुरुषों की एंट्री पूरी तरह से बैन है। यह आइलैंड न केवल आराम और शांति का केंद्र है, बल्कि महिलाओं के लिए एक सुरक्षित, स्वतंत्र और आत्म-उन्नति की जगह भी है।
Supershe Island की शुरुआत कैसे हुई?
Supershe Island की स्थापना अमेरिकी बिजनेसवुमन क्रिस्टीना रॉथ ने की थी। क्रिस्टीना रॉथ एक सफल उद्यमी हैं जो अपने बिजी कॉर्पोरेट जीवन से कुछ समय निकालकर शांत और प्राकृतिक वातावरण में रहना चाहती थीं। लेकिन उन्हें ऐसी कोई जगह नहीं मिली जहां सिर्फ महिलाएं हों, और जहां वे खुद को पूरी तरह सुरक्षित और स्वतंत्र महसूस कर सकें।
इसी विचार से प्रेरित होकर उन्होंने Supershe Island की कल्पना की, जहां महिलाएं अपने आप को जानने, स्वस्थ रहने, और मानसिक रूप से तरोताजा होने का अनुभव ले सकें। क्रिस्टीना का मानना है कि महिलाओं को भी एक ऐसी जगह की जरूरत होती है जहां वे बिना किसी सामाजिक दबाव या पुरुषों की मौजूदगी के, पूरी तरह खुद के लिए जी सकें।
क्या है Supershe Island में खास?
Supershe Island फिनलैंड के तट से कुछ दूरी पर स्थित एक खूबसूरत प्राकृतिक द्वीप है। इस द्वीप पर एक ग्रैंड रिजॉर्ट बनाया गया है, जिसमें कुल 4 लक्जरी कैबिन हैं। इन कैबिनों में सिर्फ 10 महिलाओं के रुकने की ही व्यवस्था है, ताकि शांति, गोपनीयता और आराम सुनिश्चित किया जा सके।
रिजॉर्ट में महिलाओं के लिए कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं:
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स्पा और सौना बाथ
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योग और ध्यान सत्र
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हेल्दी न्यूट्रिशन वर्कशॉप्स
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नेचुरल ब्यूटी ट्रीटमेंट्स
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आउटडोर एक्टिविटीज जैसे हाइकिंग, कयाकिंग, स्विमिंग आदि
यह एक ऐसा स्थान है जहां महिलाएं खुद को रिचार्ज कर सकती हैं, नया सीख सकती हैं और अपने मन की शांति पा सकती हैं।
कैसे मिलती है यहां एंट्री?
Supershe Island में छुट्टियां बिताने की इच्छा रखने वाली किसी भी महिला को स्काइप इंटरव्यू के जरिए पहले स्वीकृति (Approval) लेनी होती है। यह इंटरव्यू यह सुनिश्चित करता है कि आने वाली महिला इस वातावरण के अनुकूल है और दूसरों के साथ सामंजस्य बनाकर रह सकती है।
रिजॉर्ट की एक कैबिन की कीमत $3000 से $6000 (लगभग 2.5 लाख से 5 लाख रुपये) तक होती है, और यहां एक महिला को अधिकतम 5 दिन तक रहने की अनुमति दी जाती है। यहां रूम शेयरिंग की सुविधा भी मौजूद है।
पुरुषों की एंट्री क्यों बैन है?
Supershe Island का मकसद किसी के खिलाफ होना नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा प्रयास है जहां महिलाएं अपने-आप को बिना किसी सामाजिक दबाव के खुलकर व्यक्त कर सकें। क्रिस्टीना रॉथ के अनुसार, जब महिलाएं सिर्फ महिलाओं के बीच होती हैं, तो वे ज्यादा मुक्त, ईमानदार और आत्म-केन्द्रित हो जाती हैं। पुरुषों की मौजूदगी में अक्सर महिलाएं संकोच करती हैं, खुद को सीमित कर लेती हैं।
इसलिए Supershe Island को एक संपूर्ण 'फीमेल सैंक्चुअरी' की तरह विकसित किया गया है — एक ऐसी जगह जहां महिलाएं खुद को बिना किसी बाधा के फिर से खोज सकें।
निष्कर्ष
Supershe Island न केवल एक अनोखा पर्यटन स्थल है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण का प्रतीक भी है। यह एक ऐसा कदम है, जो यह दर्शाता है कि महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर हो सकती हैं, बल्कि वे अपने लिए एक स्वतंत्र, सुरक्षित और आत्म-विकासपूर्ण स्पेस भी बना सकती हैं। इस आइलैंड ने दुनियाभर में यह संदेश दिया है कि कभी-कभी समाज के बनाए ढांचे से बाहर निकलकर भी एक नई शुरुआत की जा सकती है — वो भी पूरी आजादी और आत्मसम्मान के साथ।
यह स्थान अब न केवल महिलाओं की छुट्टियों का एक डेस्टिनेशन है, बल्कि एक प्रेरणा बन चुका है दुनिया भर की महिलाओं के लिए।