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ऑनलाइन इश्क पड़ गई भारी, 4 करोड़ से अधिक गंवाकर बेघर हुई महिला, एक नहीं दो-दो बार हुई स्कैम का शिकार

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आज के डिजिटल दौर में जहां इंटरनेट ने लोगों को करीब लाने का काम किया है, वहीं यह भावनात्मक और मानसिक शोषण का भी हथियार बनता जा रहा है। साइबर अपराधी अब सिर्फ बैंक अकाउंट हैक नहीं कर रहे, बल्कि इंसानी भावनाओं का फायदा उठाकर उन्हें करोड़ों का चूना भी लगा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली 57 वर्षीय महिला एनेट फोर्ड का है, जिन्होंने ऑनलाइन प्यार के चक्कर में 7,80,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 4.3 करोड़ रुपये) गंवा दिए।

एक टूटी शादी से शुरू हुआ धोखे का सफर

एनेट फोर्ड की 33 साल की शादी टूट चुकी थी। भावनात्मक रूप से वह बेहद कमजोर स्थिति में थीं। अकेलापन और प्यार की तलाश उन्हें ऑनलाइन डेटिंग की ओर खींच लाया। उन्हें उम्मीद थी कि इस डिजिटल दुनिया में उन्हें कोई समझने वाला साथी मिलेगा। लेकिन वे नहीं जानती थीं कि इस उम्मीद की आड़ में शातिर स्कैमर्स उनकी भावनाओं का शिकार बना चुके हैं।

"विलियम" नाम का स्कैमर और पहला झांसा

एनेट की मुलाकात ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म पर विलियम नाम के एक व्यक्ति से हुई। बातचीत के कुछ दिनों बाद ही विलियम ने उनके साथ घनिष्ठ रिश्ता बना लिया और खुद को एक संवेदनशील, भावुक और सफल व्यक्ति बताकर उनका भरोसा जीत लिया।

एक दिन उसने मैसेज किया कि वह मलेशिया के कुआलालंपुर में है, और एक झगड़े में उसका पर्स चोरी हो गया। वह परेशान था और बोला कि घर खर्च के लिए उसे तुरंत 5,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 2.75 लाख रुपये) की जरूरत है।

भावनाओं में बहकर एनेट ने तुरंत पैसे ट्रांसफर कर दिए — यहीं से शुरू हुआ उनकी बर्बादी का सिलसिला।

स्कैमर ने हर बार भावनाओं का सहारा लिया

पैसे मिलते ही विलियम और अधिक आत्मविश्वासी हो गया। उसने कहा कि वह अस्पताल में भर्ती है, डॉक्टर का बिल देना है, और उसके बैंक कार्ड्स काम नहीं कर रहे। एनेट ने एक बार फिर पैसे भेज दिए।

इसके बाद उसने होटल में रुकने, स्टाफ को सैलरी देने, और बिजनेस लॉस कवर करने जैसी दर्जनों कहानियां गढ़कर बार-बार पैसे मांगे। जब एनेट को शक हुआ और उन्होंने नाराज़गी जताई, तो वह रोमांटिक मैसेजेस और इमोशनल ब्लैकमेल से उन्हें फिर से अपने जाल में फंसा लेता।

जब देर हो चुकी थी

जब तक एनेट को सच्चाई समझ आई, विलियम उनके अकाउंट से करीब 3 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (1.65 करोड़ रुपये) निकाल चुका था। उन्होंने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

इस घटना से एनेट को सबक मिला होता, अगर यह आखिरी बार होता — लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं था।

फिर वही जाल, दूसरा शिकार

2022 में, एनेट को फेसबुक पर नेल्सन नाम के एक व्यक्ति ने संपर्क किया। वह भी एक फर्जी प्रोफाइल निकला जिसने खुद को कारोबारी बताया। उसने भी वही पुरानी कहानी दोहराई — "बिजनेस में नुकसान", "हॉस्पिटल में भर्ती", "परिवार को पैसे भेजने की जरूरत" आदि।

एनेट फिर से उसके जाल में आ गईं और इस बार उन्होंने $280,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 1.54 करोड़ रुपये) गंवा दिए।

रोमांस स्कैम: एक बढ़ती महामारी

एनेट का केस अकेला नहीं है। 2023 में ऑस्ट्रेलिया में 3,200 से ज्यादा रोमांस स्कैम दर्ज किए गए, जिनमें कुल 130 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।

ऑस्ट्रेलियाई उपभोक्ता संरक्षण एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि स्कैमर्स अब AI और डीपफेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे उनकी पहचान असली लगती है — यहां तक कि वीडियो कॉल्स में भी नकली चेहरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

कैसे करते हैं स्कैमर्स शिकार?

  1. भावनात्मक कमजोरी का फायदा उठाना:
    तलाक, अकेलापन या हाल ही में किसी का निधन — ऐसे लोग स्कैमर्स के आसान निशाने होते हैं।

  2. रिश्ता जल्दी गहरा करना:
    स्कैमर जल्दी से 'आई लव यू', 'मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं' जैसे वाक्य बोलते हैं ताकि भावनात्मक जुड़ाव बन जाए।

  3. जबरदस्त कहानी और इमरजेंसी क्रिएट करना:
    चोरी, अस्पताल, व्यापार में नुकसान जैसी स्थितियां बनाकर पीड़ित से पैसे मांगना।

  4. AI और फर्जी पहचान:
    रियल प्रोफाइल पिक्चर्स, डीपफेक वीडियो, फर्जी डॉक्यूमेंट्स दिखाकर भरोसा बनाना।

कैसे बचें ऐसे स्कैम से?

  1. जल्दी भावनात्मक रिश्ता न बनाएं:
    किसी अनजान व्यक्ति से जल्दी नजदीकियां न बनाएं, खासकर ऑनलाइन।

  2. पैसे कभी न भेजें:
    चाहे कोई कितनी भी इमरजेंसी बताए, बिना अच्छी तरह जांचे-परखे पैसे न भेजें।

  3. वीडियो कॉल पर बात करें:
    सिर्फ चैट या ऑडियो कॉल से भरोसा न करें, वीडियो कॉल पर असली चेहरा देखना जरूरी है।

  4. परिवार से सलाह लें:
    अगर कोई व्यक्ति बार-बार पैसे मांग रहा है, तो अपने परिवार या दोस्तों से जरूर चर्चा करें।

  5. फर्जी डॉक्यूमेंट्स से सावधान रहें:
    पासपोर्ट, बिजनेस डॉक्यूमेंट्स आदि अगर भेजे जाएं तो उनकी वैधता की जांच करें।

निष्कर्ष

एनेट फोर्ड की कहानी एक चेतावनी है, सहानुभूति नहीं। यह दिखाती है कि कैसे आज के डिजिटल युग में प्यार, भरोसा और भावनाएं भी साइबर अपराधियों के लिए एक हथियार बन चुकी हैं।

सिर्फ तकनीक नहीं, भावनात्मक समझदारी और सतर्कता ही आपको ऐसे स्कैम से बचा सकती है।

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