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जब इस शख्स ने दुनिया की सबसे तीखी मिर्च खाने की गलती की...

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हम सभी ने अपने जीवन में कई बार तीखी मिर्च खाई होगी — कभी स्वाद बढ़ाने के लिए, तो कभी गलती से। लेकिन क्या आपने कभी ऐसी मिर्च के बारे में सुना है, जिसे खाने से किसी को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा? ऐसी ही एक मिर्च है कैरोलिना रीपर (Carolina Reaper), जिसे दुनिया की सबसे तीखी मिर्च माना जाता है और जिसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है।

क्या है कैरोलिना रीपर?

कैरोलिना रीपर अमेरिका की एक विशेष किस्म की मिर्च है, जिसे एड करी नामक व्यक्ति ने साउथ कैरोलिना में विकसित किया था। यह मिर्च दिखने में सामान्य लाल मिर्च जैसी होती है, लेकिन इसका तीखापन किसी अग्निशक्ति से कम नहीं है। इस मिर्च को तीखेपन को मापने वाली स्कोविल स्केल (Scoville Heat Units - SHU) पर 1.6 मिलियन से भी अधिक स्कोर प्राप्त हुआ है, जबकि सामान्य लाल मिर्च या हरी मिर्च का स्कोर केवल 10,000 SHU के आसपास होता है।

यह तीखापन इतना अधिक है कि इसे कच्चा खाने की सलाह नहीं दी जाती। यह मिर्च मुख्य रूप से सॉस, पाउडर या तीखी चटनी बनाने में उपयोग की जाती है — और वो भी बहुत सीमित मात्रा में।

कैसे पहुंचा एक व्यक्ति अस्पताल?

एक 34 वर्षीय व्यक्ति ने अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में आयोजित एक "मिर्च खाने की प्रतियोगिता" में भाग लिया। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के दौरान उसने कैरोलिना रीपर खा ली। मिर्च खाने के कुछ मिनटों बाद ही उसके गले में जलन, उल्टियां, गर्दन में भयानक दर्द और सिरदर्द शुरू हो गया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

डॉक्टरों के अनुसार, इस व्यक्ति की मस्तिष्क की रक्त नलिकाएं (blood vessels) सिकुड़ने लगी थीं। जब सीटी स्कैन (CT Scan) कराया गया तो पता चला कि उसकी नसों में असामान्य संकुचन हो गया था।

मेडिकल रिपोर्ट में दर्ज हुआ मामला

इस घटना की पूरी जानकारी प्रसिद्ध मेडिकल जर्नल ‘BMJ Case Reports’ में प्रकाशित की गई है। इसमें बताया गया है कि मिर्च खाने के कुछ घंटों के भीतर मरीज में "Reversible Cerebral Vasoconstriction Syndrome (RCVS)" के लक्षण पाए गए। इस स्थिति में मस्तिष्क की रक्त नलिकाएं अस्थायी रूप से संकुचित हो जाती हैं, जिससे सिरदर्द और अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

हालांकि यह स्थिति सामान्यतः कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना घातक हो सकता है।

क्या कहती है स्कोविल स्केल?

स्कोविल स्केल एक वैज्ञानिक पैमाना है, जिसके जरिए मिर्च के तीखेपन को मापा जाता है। इस स्केल पर:

  • शिमला मिर्च (Bell Pepper) = 0 SHU

  • हरी मिर्च (Green Chili) = 10,000 SHU तक

  • भूत झोलोकिया (Ghost Pepper) = लगभग 1 मिलियन SHU

  • कैरोलिना रीपर = 1.6 मिलियन से ऊपर SHU

यह स्कोर साबित करता है कि कैरोलिना रीपर न सिर्फ सामान्य मिर्चों से कई गुना तीखी है, बल्कि इसके प्रभाव शरीर पर घातक भी हो सकते हैं।

मिर्च से जुड़ी अन्य आश्चर्यजनक बातें

  • कैरोलिना रीपर का स्वाद सिर्फ तीखा ही नहीं, बल्कि हल्का मीठा भी होता है। लेकिन इस मीठेपन तक पहुंचने से पहले आपका पूरा मुँह जल उठता है।

  • कुछ लोग इसे खाने का चैलेंज यूट्यूब या सोशल मीडिया पर करते हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए जोखिमभरा हो सकता है।

  • मिर्च में मौजूद कैपसैसिन (Capsaicin) नामक रसायन तीखापन पैदा करता है। यही रसायन अत्यधिक मात्रा में होने पर दर्द, उल्टी और यहां तक कि श्वसन समस्याएं भी पैदा कर सकता है।

क्या इससे बचाव संभव है?

अगर कोई गलती से या चैलेंज के तहत ऐसी तीखी मिर्च खा लेता है तो तुरंत उपाय करना ज़रूरी है:

  1. दूध पीना – कैपसैसिन दूध में मौजूद केसीन प्रोटीन के साथ प्रतिक्रिया कर उसके प्रभाव को कम करता है।

  2. ठंडा दही या आइसक्रीम – मुँह की जलन कम करने में मददगार होती है।

  3. चिकित्सकीय मदद – अगर जलन, उल्टी या सिरदर्द ज्यादा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

निष्कर्ष

कैरोलिना रीपर कोई आम मिर्च नहीं है। यह एक प्राकृतिक तीखापन का विस्फोट है जो रोमांचक जरूर लग सकता है, लेकिन इसके साथ खेलने का मतलब है अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ करना। जिस तरह से एक प्रतियोगी को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, वह इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि हर चैलेंज को स्वीकार करना समझदारी नहीं होती।

इस मिर्च की तीव्रता को जानकर यह जरूरी हो जाता है कि आप अपने भोजन में मिर्च का चुनाव सोच-समझकर करें, और सोशल मीडिया पर चलने वाले खतरनाक ट्रेंड्स का अंधानुकरण करने से बचें।

तो अगली बार जब कोई आपसे पूछे "कितनी मिर्च खाते हो?" तो कैरोलिना रीपर का नाम याद रखिए — क्योंकि ये मिर्च सिर्फ मुँह में आग नहीं लगाती, ये दिमाग की नसें भी हिला सकती

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