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दृष्टिहीन लड़की ने की शादी तो मेहमानों ने इस अनोखे अंदाज में की शिरकत, जमकर हो रही तारीफ

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शादी सिर्फ दो लोगों के मिलन का नहीं, भावनाओं और एहसासों का संगम भी होती है। हर कोई चाहता है कि उसकी शादी यादगार और खास हो। लेकिन हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में हुई एक शादी ने इस मायने में दुनिया भर का ध्यान खींचा। यह शादी न सिर्फ अनोखी थी, बल्कि इंसानियत और सहानुभूति की मिसाल भी बन गई।

इस शादी की दुल्हन थी — स्टेफनी एग्न्यू, जो दृष्टिहीन हैं। लेकिन उनकी शादी को लेकर जो पहल हुई, वह आज तक शायद ही किसी ने देखी या सुनी होगी।

आंखों पर पट्टी बांधकर पहुंचे मेहमान

शादी में पहुंचे सभी मेहमानों ने अपनी आंखों पर काली पट्टी बांध रखी थी। ये कोई थीम या फैशन का हिस्सा नहीं था, बल्कि दुल्हन की एक खास अपील पर उठाया गया कदम था। स्टेफनी चाहती थीं कि उनकी शादी में शामिल होने वाले मेहमान कुछ पल के लिए वही महसूस करें जो वो रोज महसूस करती हैं — दुनिया को बिना देखे जीना।

दुल्हन की भावुक अपील को किसी ने नहीं ठुकराया

32 वर्षीय स्टेफनी एग्न्यू ने अपनी शादी में शामिल होने वाले सभी मेहमानों से अनुरोध किया था कि वे उसकी दुनिया को एक बार उसके नजरिए से देखें। इस अपील का असर इतना गहरा था कि कोई भी गेस्ट उसे नजरअंदाज नहीं कर पाया। सभी ने अपनी आंखों पर पट्टी बांधी और समारोह में पूरी संवेदनशीलता के साथ हिस्सा लिया।

एक बीमारी ने छीनी रोशनी, लेकिन नहीं तोड़ी हिम्मत

स्टेफनी को कुछ साल पहले कोन डिस्ट्रोफी (Cone Dystrophy) नाम की आंखों की बीमारी हो गई थी, जिसकी वजह से उन्होंने अपनी रोशनी पूरी तरह खो दी। इस मुश्किल समय के बाद उनकी जिंदगी में रॉब कैंपबैल की एंट्री हुई। रॉब उनके पड़ोसी थे और धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के करीब आए।

एक भावुक प्रस्ताव और एक यादगार शादी

करीब एक साल साथ रहने के बाद, 2017 के क्रिसमस पर रॉब ने स्टेफनी को शादी के लिए प्रपोज किया। स्टेफनी ने खुशी-खुशी ये प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। इसके बाद उन्होंने मिलकर इस शादी को एक अनोखा अनुभव बनाने की ठानी।

रॉब और स्टेफनी ने फोटोग्राफर जेम्स डे और एक वीडियो कंपनी की मदद ली ताकि शादी के हर पल को यादगार बनाया जा सके। लेकिन सबसे खास फैसला यह था कि शादी में शामिल होने वाले सभी मेहमान अपनी आंखों पर पट्टी बांधेंगे।

जब पूरी दुनिया स्टेफनी की आंखों से देखने लगी

शादी के दिन रिंग सेरेमनी के दौरान पूरा माहौल शांत और भावुक था। किसी ने भी मोबाइल फोन की रिंगटोन नहीं बजने दी। हर गेस्ट ने खुद को स्टेफनी की जगह रखकर वही अनुभव करने की कोशिश की — एक ऐसा अनुभव जिसमें दुनिया की खूबसूरती देखने से नहीं, महसूस करने से मिलती है।

फोटोग्राफर जेम्स डे ने बताया कि यह शादी उनके जीवन का सबसे भावुक और प्रभावशाली क्षणों में से एक थी। स्टेफनी और रॉब की कहानी ने सभी को प्रेरित किया कि सच्चा प्यार आंखों से नहीं, दिल से देखा जाता है।

इंसानियत और सहानुभूति की मिसाल

यह शादी न केवल एक दंपति के प्यार की कहानी थी, बल्कि इसने यह भी दिखाया कि जब लोग एक-दूसरे की तकलीफों को समझने की कोशिश करते हैं, तो समाज कितना संवेदनशील और खूबसूरत बन सकता है। मेहमानों का स्टेफनी के लिए किया गया यह छोटा-सा कदम, पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी सीख है।

निष्कर्ष

आज के दौर में जहां शादियां दिखावे और भव्यता की दौड़ में बदलती जा रही हैं, वहीं स्टेफनी और रॉब की शादी इस बात की मिसाल है कि एक समारोह भावनाओं से भी खास बन सकता है। यह कहानी बताती है कि जब आप किसी के दर्द को समझने की कोशिश करते हैं, तब आप सच्चे अर्थों में उसके साथ खड़े होते हैं।

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