6 सदी पुरानी मस्जिद को जड़ से उखाड़ कर ले जाया गया दो किलोमीटर दूर, जानिए आखिर क्यों

विज्ञान ने कठिन कार्यों को आसान बना दिया है। चाहे वह अन्तरिक्ष हो या सागर। विज्ञान ने पूरी दुनिया को इस पर विश्वास दिला दिया है। आज हम आपको विज्ञान के एक ऐसे अनोखे कारनामे के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपने शायद ही पहले कभी सुना होगा। दरअसल, हम बात कर रहे हैं एशियाई-यूरोपीय देश तुर्की की जहां करीब चार साल पहले एक 600 साल पुरानी मस्जिद को उखाड़कर एक जगह से दूसरी जगह ले जाया गया था। आपको बता दें कि यहां 15वीं सदी की एक मस्जिद को उसके स्थान से हटाकर करीब 2 किलोमीटर दूर स्थापित किया गया था।
दरअसल, यहां की ऐतिहासिक अयूब मस्जिद को उसके स्थान से हटाकर दूसरी मस्जिद स्थापित कर दी गई। मस्जिद को दूसरे स्थान पर स्थापित करने के पीछे का कारण यहां बांध का निर्माण बताया जाता है। दरअसल, इन दिनों तुर्की में देश का चौथा सबसे बड़ा बांध इलिसु बनाया जा रहा है। जहां यह बांध बनाया जा रहा है, वहां एक मस्जिद है जो 600 साल से भी ज्यादा पुरानी है। इस बांध के पूरा हो जाने पर तुर्की का ऐतिहासिक शहर हसनकीफ बांध के पानी में डूब जाएगा। शहर में मौजूद इस 600 साल पुरानी मस्जिद को पानी में डूबने से बचाने के लिए इसे उसके स्थान से हटाकर दूसरी जगह स्थापित किया गया।
आपको बता दें कि मस्जिद को दूसरी जगह पर फिर से स्थापित करने का काम पिछले साल ही शुरू हो गया था। इस मस्जिद का वजन 4,600 टन है। इस मस्जिद की स्थापना के लिए इसे तीन भागों में विभाजित किया गया था। इसके बाद इसे सड़क मार्ग से दूसरे स्थान पर भेज दिया गया। इस परियोजना में शामिल लोगों ने पहले मस्जिद को बड़ी कुशलता से तीन भागों में विभाजित किया और फिर मशीनों और रोबोटों की मदद से इसे 300 पहियों वाले एक बहुत बड़े मंच पर स्थापित किया।
मस्जिद के हिस्सों को प्लेटफार्म पर रखने के बाद उन्हें बड़ी सावधानी से सड़क मार्ग से भेजा गया। फिलहाल इन हिस्सों को 2 किलोमीटर की दूरी पर फिर से जोड़ दिया गया है। इस वर्ष की शुरुआत में मस्जिद के दो बड़े हिस्सों को नए स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद तीसरे भाग को भी नये स्थान पर भेज दिया गया।आपको बता दें कि अयूबी मस्जिद अब नए हसनकेफ सांस्कृतिक पार्क में स्थापित की गई है। इलिसू बांध के पूरा होने के बाद, प्राचीन शहर हसनेफ पानी में डूब जाएगा। आपको बता दें कि हसनकेफ कल्चरल पार्क में इस प्राचीन शहर की अधिकतर चीजों को स्थापित करने का काम साल 2017 में शुरू किया गया था। हसनकीफ शहर को 1981 में संरक्षित शहर घोषित किया गया था। इस प्राचीन शहर में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं। ये इमारतें हसनकेफ सांस्कृतिक पार्क में भी स्थापित की गई हैं।