क्या है काले हनुमान मंदिर की रहस्यमयी कहानी? जहां पीएम मोदी भी झुका चुके है शीश
यह मंदिर राजस्थान की राजधानी जयपुर के चांदपोल बाजार क्षेत्र के पास स्थित है। पुराने शहर के बीचोबीच होने के बावजूद यहां का माहौल बेहद शांत, पवित्र और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर रहता है। लाल देह लाली लसे, अरु धारी लाल लंगूर...बज्र देह दानवा दलन, जय जय जय कपि सूर'। यह चौपाई भगवान हनुमान को समर्पित है। इस चौपाई का अर्थ है - हे हनुमान जी, आपका लाल शरीर सिंदूर से सुशोभित है। आपका वज्र शरीर राक्षसों का नाश करने वाला है। इस चौपाई के विपरीत इस मंदिर में बजरंग बली की काले रंग की प्रतिमा स्थापित है। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मकर संक्रांति के अवसर पर इस मंदिर का दौरा किया। जहां मंदिर महंत ने वसुंधरा राजे को दुपट्टा पहनाकर बधाई दी।
क्यों है मूर्ति का रंग काला?
कहानी के अनुसार, यह वही स्थान है जहां भगवान हनुमान ने राम-रावण युद्ध के दौरान काले रूप में शक्ति अर्जित की थी। माना जाता है कि युद्ध के समय हनुमान जी ने अपने शरीर में आग और क्रोध की ऊर्जा को समाहित किया था, जिससे उनका रंग काला हो गया था। यह भी कहा जाता है कि यह रूप उनके "उग्र स्वरूप" का प्रतीक है, जो विशेष रूप से नकारात्मक शक्तियों का नाश करता है।
क्या है धार्मिक मान्यता?
-
काले हनुमान जी की पूजा करने से शनि दोष, भूत-प्रेत बाधा, और कर्ज से मुक्ति मिलती है।
-
यह मंदिर विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को श्रद्धालुओं से भरा रहता है।
-
जिनकी कुंडली में राहु-केतु या कालसर्प दोष होता है, वे यहां आकर पूजा करते हैं और राहत पाते हैं।
क्या खास है इस मंदिर में?
-
यहां की मूर्ति काले पत्थर से बनी हुई है, जो कई सौ साल पुरानी मानी जाती है।
-
मंदिर का आभा मंडल ऐसा है कि जो भी एक बार दर्शन करता है, उसे गहरा आध्यात्मिक अनुभव होता है।
-
मंदिर में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का विशेष पाठ हर मंगलवार और शनिवार को किया जाता है।
इतिहास और मान्यता
कुछ पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस मूर्ति को एक संत को सपना आया था, जिसके बाद इस मूर्ति की खुदाई की गई और इसे मंदिर में स्थापित किया गया। यह मंदिर लगभग 600 साल पुराना माना जाता है, और यहां रोज़ाना बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं।
निष्कर्ष
काले हनुमान मंदिर न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि आत्मबल और सुरक्षा की ऊर्जा देने वाला स्थान भी है। अगर आप जयपुर जाएं, तो इस रहस्यमयी और चमत्कारी मंदिर के दर्शन ज़रूर करें।

