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Viral Video: फल है या लाइटर? देखिए कैसे खुद जल उठी माचिस की तीली

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इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसने लोगों की सोच को झकझोर कर रख दिया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही एक व्यक्ति एक खास फल के पास माचिस की तीली ले जाता है, वह बिना घर्षण के अपने आप जल उठती है। जी हां, यह चमत्कारी नज़ारा हर किसी को चौंका रहा है और लोग इसे बार-बार देखकर हैरान हो रहे हैं।

वीडियो में दिखा हैरान कर देने वाला नज़ारा

इस वीडियो में एक युवक एक हाथ में पानी से भरा गिलास पकड़े हुए है और दूसरे हाथ में माचिस की तीली। जैसे ही वह माचिस की तीली को एक पेड़ के सफेद रंग के फल के पास ले जाता है, तीली में बिना किसी रगड़ के आग लग जाती है। फटाक की आवाज के साथ तीली जल उठती है और हर कोई यह सोचने पर मजबूर हो जाता है कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है।

पानी में डाले जाने पर भी नहीं घटती ताकत

वीडियो में आगे देखा जा सकता है कि शख्स उस फल को तोड़कर पानी भरे गिलास में डाल देता है। फिर वह माचिस की तीली को पानी में डूबे फल के पास लाता है और एक बार फिर वही नज़ारा दोहराया जाता है — तीली जल उठती है! इसका मतलब यह है कि पानी में डाले जाने के बावजूद भी उस फल की ज्वलनशीलता कम नहीं होती।

कौन है वीडियो का क्रिएटर?

इस वायरल वीडियो को इंस्टाग्राम पर @anuj_chauhan_284 नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है, जिसे अब तक 55,000 से अधिक यूजर्स लाइक कर चुके हैं। कमेंट सेक्शन में लोग लगातार इस फल को लेकर अपने आश्चर्य और जिज्ञासा जाहिर कर रहे हैं। कई लोग इसे “मैजिक फ्रूट” कह रहे हैं, तो कुछ इसे “नेचर का कमाल” बता रहे हैं।

आखिर ये फल है कौन सा?

जानकारी के मुताबिक, यह रहस्यमयी फल कोई जादू नहीं, बल्कि 'सफेद भिलावा' नामक पेड़ का फल है। इसका वैज्ञानिक नाम Semecarpus Anacardium है। इसे भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे भिलावा, बिभा, गिंजालू, या जीड़ी। यह पेड़ भारत, श्रीलंका और नेपाल के वन क्षेत्रों में विशेष रूप से पाया जाता है।

क्यों जल उठती है माचिस की तीली?

विशेषज्ञों के अनुसार, इस फल के बीज अत्यधिक तैलीय होते हैं और उनमें मौजूद प्राकृतिक तेल अत्यंत ज्वलनशील होता है। यही कारण है कि जब कोई माचिस की तीली इस फल के संपर्क में आती है, तो उसमें बिना किसी रगड़ के आग लग जाती है। यह फल किसी पेट्रोलियम पदार्थ की तरह काम करता है, लेकिन यह पूरी तरह प्राकृतिक है।

आयुर्वेद में है विशेष स्थान

सिर्फ इतना ही नहीं, यह फल आयुर्वेद में भी एक महत्वपूर्ण औषधीय घटक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसका उपयोग त्वचा रोगों, अपच, गठिया और यहां तक कि कुछ गंभीर बीमारियों के उपचार में भी किया जाता है, लेकिन यह बेहद जहरीला भी हो सकता है, इसलिए बिना विशेषज्ञ सलाह के इसका सेवन जानलेवा साबित हो सकता है।

क्या यह फल इंसानों के लिए खतरनाक है?

हां, यह भी जानना जरूरी है कि भिलावा का उपयोग अगर सही मात्रा और तरीके से न किया जाए, तो यह गंभीर त्वचा जलन और एलर्जी का कारण बन सकता है। कई बार इसके रस के संपर्क में आने से स्किन पर फफोले और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यही वजह है कि आयुर्वेद में भी इसका उपयोग बहुत सावधानी से किया जाता है।

निष्कर्ष

यह वायरल वीडियो सिर्फ एक चौंकाने वाली घटना नहीं है, बल्कि यह प्रकृति की अद्भुत शक्तियों का भी परिचय देता है। सफेद भिलावा जैसा फल यह दिखाता है कि प्राकृतिक तत्वों में कितनी जटिलता और शक्ति हो सकती है। हालांकि, यह जरूर ध्यान रखें कि इस तरह के फलों को बिना जानकारी और सावधानी के हाथ में न लें, क्योंकि जरा सी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है।

(नोट: इस वीडियो और जानकारी के पीछे विज्ञान है, लेकिन किसी भी वायरल चीज़ को आंख मूंदकर न मानें। विशेषज्ञों की राय और वैध प्रमाणों पर भरोसा करें।)

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