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जंगल से निकलकर शहर पहुंचे आदिवासी, साथ मिलकर खाया बर्गर! चेहरे की खुशी बता देगी खाने का स्वाद

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कई देशों में आज भी ऐसी जनजातियां हैं जो पुराने ढर्रे पर अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं। भारत में ही नहीं, अफ्रीका जैसे देशों में, ये जनजातियाँ अभी भी शहरों या शहरीकरण से नहीं जुड़ी हैं। उन्हें नहीं पता कि रेस्टोरेंट क्या होता है, शहरी खाना कैसा होता है और वहां के रीति-रिवाज क्या होते हैं। वे केवल मानते हैं कि उनके तरीके सही हैं। अब जरा सोचिए क्या नजारा होगा जब ऐसे लोग शहर में जाकर फास्ट फूड का लुत्फ उठाएंगे! हाल ही में ऐसा ही अफ्रीका के एक देश में देखने को मिला, जहां आदिवासी एक रेस्टोरेंट में बर्गर खाने गए (African Tribe trys Burger for first time).

डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, मसाई जनजाति केन्या और तंजानिया में रहती है। इस जनजाति के लोग कच्चा मांस, कच्चा दूध, शहद आदि खाते हैं और जानवरों का कच्चा खून भी पीते हैं। ये सिर्फ जेबू नस्ल की गाय का खून पीते हैं। लेकिन अब इस जनजाति का एक कबीला हाल ही में अपना गांव छोड़कर शहर पहुंचा जहां उन्होंने एक रेस्टोरेंट में बर्गर खाया।

आदिवासियों ने पहली बार बर्गर खाया
एक YouTube चैनल ने उनके अनुभव को रिकॉर्ड किया और दुनिया को जंगल से शहर तक की उनकी यात्रा के बारे में बताया। इस वीडियो को मसाई बॉयज नाम के एक चैनल पर पोस्ट किया गया था। इस कुल के मुखिया का नाम कन्या है। वह पूरे जत्थे को लेकर जंजीबार चला गया। वहां उन्होंने एक फास्ट फूड रेस्तरां खोजने की कोशिश की और फिर बर्गर और चिप्स का लुत्फ उठाया। मसाई जनजाति की यह जनजाति एक आम भाषा बोलने लगी है और अन्य जनजातियों की तुलना में अधिक विकसित हो गई है। वीडियो में वह अंग्रेजी बोलते हुए भी नजर आ रहे हैं।

वीडियो वायरल हो रहा है
वहां उन्हें वेजी बर्गर, चिकन बर्गर, चीज बर्गर और फिश बर्गर परोसा गया, लेकिन मासाई लोग मछली से नफरत करते हैं। अंत में उन्होंने बीफ चीज बर्गर खाने का फैसला किया। वीडियो में दिख रहा है कि उन्हें बर्गर खाने में काफी दिक्कत हो रही है क्योंकि उन्हें नहीं पता कि इसे कैसे खाना है. कई लोगों ने वीडियो की तारीफ करते हुए कहा कि वो लोग रियल लाइफ जी रहे हैं.

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