लड़की की तरह दिखता है ये युवक, खुद को मर्द साबित करने के लिए हर बार करता है ये काम

आजकल के फैशन और सौंदर्य के दौर में, लोग खुद को आकर्षक और हैंडसम दिखाने के लिए कई कॉस्मेटिक उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं। ताकि उनकी त्वचा हमेशा साफ, निखरी और चमकदार दिखे। लेकिन एक युवक के लिए यही खूबसूरती परेशानी का कारण बन गई। उसे अक्सर लड़की समझ लिया जाता था, और यही समस्या उसे हर जगह सामना करनी पड़ती थी।
इस युवक का नाम है अब्दुस सलाम फिरदौस अजीज। जब आप उनकी तस्वीरें देखेंगे तो शायद आप भी यह सोचने लगेंगे कि यह लड़की है या लड़का। 22 वर्षीय अब्दुस मलेशिया के निवासी हैं और कुआलालंपुर विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं। हालांकि, अब्दुस को उनकी उपस्थिति की वजह से सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियाँ मिल रही हैं, लेकिन यह सुर्खियाँ उनके लिए हमेशा खुशी का कारण नहीं रही हैं।
चेहरे की पहचान बन गई समस्या
अब्दुस का चेहरा बेहद नाजुक और स्त्री-संस्कारित दिखता है, जिसके कारण वह अक्सर भ्रम का कारण बन जाते हैं। उनका कहना है कि जब भी लोग उन्हें पहली बार देखते हैं, तो वह यह समझने की कोशिश करते हैं कि वह लड़की हैं या लड़का। यह स्थिति इतनी सामान्य हो गई है कि अब्दुस को अपनी असली पहचान साबित करने के लिए अपना आई कार्ड तक दिखाना पड़ता है।
यह घटना एक बार तब घटी जब वह एक फुटबॉल मैच देखने गए थे। मैच के दौरान एक सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें महिला समझते हुए उनकी चेकिंग करने से मना कर दिया। बाद में अब्दुस को अपनी पहचान साबित करने के लिए अपना आई कार्ड दिखाना पड़ा। ऐसी घटनाएँ अब्दुस की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी हैं और वह इस समस्या से जूझते रहते हैं।
लंबे बालों से लेकर छोटे बालों तक: अब्दुस का संघर्ष
इस परेशानी से निजात पाने के लिए अब्दुस ने अपनी पूरी कोशिश की। सबसे पहले उन्होंने अपने लंबे बाल कटवा दिए, यह सोचकर कि शायद छोटे बाल रखने से लोग उन्हें एक लड़के के रूप में पहचानने लगेंगे। हालांकि, यह उपाय भी सफल नहीं हुआ। अब्दुस का कहना है कि उनके छोटे बालों के कारण लोग उन्हें अब टॉम बॉय कहने लगे, जो कि एक लड़के की तरह दिखने वाली लड़की को कहते हैं।
इस बदलाव के बावजूद अब्दुस को अपनी पहचान के बारे में जूझना पड़ा। कुछ लोगों ने तो उन्हें दाढ़ी-मूछें रखने की सलाह दी थी, ताकि वह और पुरुष जैसा दिखें। लेकिन अब्दुस का मानना है कि इस तरह की कोई भी कोशिश उनके लिए सही नहीं होगी। वह कहते हैं, “अगर मैं दाढ़ी-मूछ रखूंगा तो मैं कैटफिश जैसा दिखने लगूंगा, जो कि मुझे बिलकुल पसंद नहीं है।"
सोशल मीडिया पर छाए अब्दुस
अब्दुस सलाम अब सोशल मीडिया पर एक वायरल शख्सियत बन चुके हैं। उनके चेहरे और लुक्स ने उन्हें सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियाँ दिलवायी हैं। उनकी तस्वीरें और वीडियोज़ वायरल हो जाते हैं और लोग उन्हें अपनी राय देते रहते हैं। हालांकि, यह प्रसिद्धि अब्दुस के लिए हमेशा सकारात्मक नहीं होती, क्योंकि उनकी पहचान को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रहती है।
अब्दुस को सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएँ मिलती हैं। कुछ लोग उन्हें हिम्मत और साहस के साथ देखते हैं, क्योंकि वह अपने चेहरे के साथ सहज हैं। जबकि कुछ लोग उनके चेहरे को लेकर मजाक भी करते हैं।
अब्दुस का संदेश: आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास
अब्दुस सलाम का मानना है कि व्यक्ति को अपनी पहचान और रूप के साथ सहज होना चाहिए। वह कहते हैं, “यह जरूरी नहीं कि आप किस रूप में दिखते हैं, बल्कि यह मायने रखता है कि आप खुद को किस तरह से देखते हैं। जो लोग मुझे महिला समझते हैं, उनके लिए यह समस्या हो सकती है, लेकिन मैं अपने चेहरे के साथ खुश हूं।”
अब्दुस की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास सबसे महत्वपूर्ण चीजें होती हैं। चाहे आपको किसी के सामने अपनी पहचान साबित करनी पड़े, या फिर आपकी उपस्थिति को लेकर दुविधा हो, सबसे जरूरी बात यह है कि आप खुद को अपनी पूरी तरह से स्वीकार करें और खुद पर विश्वास रखें।
निष्कर्ष
अब्दुस सलाम फिरदौस अजीज की कहानी यह साबित करती है कि समाज में अक्सर हमारी पहचान और रूप को लेकर भ्रम हो सकता है। लेकिन आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास के साथ हम किसी भी स्थिति का सामना कर सकते हैं। अपने चेहरे और पहचान से जुड़ी समस्याओं से लड़ते हुए अब्दुस एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं कि कैसे हमें अपनी असल पहचान को स्वीकार करना चाहिए, चाहे समाज कुछ भी कहे।