
क्या हो अगर आपको ऑफिस में कुछ भी काम न करना पड़े और बदले में हर महीने लाखों की सैलरी मिले? सुनने में यह सपना जैसा लगता है, लेकिन स्वीडन में ऐसा एक असली जॉब ऑफर मौजूद है — और वो भी सरकारी फंड से।
क्या है यह अनोखी नौकरी?
स्वीडन के गोथनबर्ग शहर में एक एक्सपेरिमेंटल आर्ट प्रोजेक्ट चल रहा है, जिसमें एक ऐसे कर्मचारी की जरूरत है जिसे दिन भर सिर्फ एक काम करना है — समय पर एक बटन दबाना।
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यह नौकरी एक निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन पर होगी।
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स्टेशन पर एक घड़ी लगी होगी, जिसे कर्मचारी को शिफ्ट शुरू होने और खत्म होने पर पंच करना होगा।
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इससे स्टेशन की सभी लाइटें ऑन या ऑफ हो जाएंगी।
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इसके अलावा पूरा दिन कर्मचारी जो चाहे कर सकता है — सोए, पढ़े, म्यूजिक सुने या घूमें।
कितनी सैलरी मिलेगी?
इस ड्रीम जॉब के लिए सैलरी भी कमाल की है —
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हर महीने करीब 1.62 लाख रुपये (20,000 स्वीडिश क्रोनर) सैलरी।
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इसके साथ ही छुट्टियां, पेंशन और दूसरी सरकारी सुविधाएं भी मिलेंगी।
क्यों दी जा रही है ये नौकरी?
यह नौकरी कोई मजाक नहीं बल्कि एक कलात्मक सामाजिक प्रयोग (art project) है, जिसे स्वीडिश सरकार द्वारा फंड किया जा रहा है।
इसका उद्देश्य है —
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‘काम’ और ‘वेतन’ की पारंपरिक धारणा को चुनौती देना।
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यह दिखाना कि क्या इंसान को सिर्फ इसलिए काम करना चाहिए क्योंकि उसे पैसे की जरूरत है, या क्या उसे आज़ादी के साथ जीने का विकल्प भी मिलना चाहिए?
कौन कर सकता है आवेदन?
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इसके लिए कोई खास योग्यता की जरूरत नहीं है।
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कोई भी उम्र, लिंग या पेशे से जुड़ा व्यक्ति इस नौकरी के लिए योग्य हो सकता है।
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हां, एक ही शख्स को यह जॉब मिलेगी, इसलिए इसे ‘लकी ड्रा’ की तरह देखा जा सकता है।
क्या है इस नौकरी की खास बात?
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कोई बॉस नहीं
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कोई टारगेट नहीं
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कोई रिपोर्ट नहीं
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कोई मीटिंग नहीं
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सिर्फ आओ, बटन दबाओ, और दिनभर फ्री!
क्या ये भविष्य की झलक है?
इस एक्सपेरिमेंट को कई लोग एक ‘भविष्य के काम की कल्पना’ के तौर पर देख रहे हैं —
जहां मशीनें और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ज्यादा काम कर रहे होंगे, और इंसानों को केवल प्रतीकात्मक भूमिका निभानी होगी।
निष्कर्ष
“कुछ नहीं करना और फिर भी सैलरी पाना” – ये बात भले ही फैंटेसी लगे, लेकिन स्वीडन ने इसे हकीकत बना दिया है।
अगर आप भी अपने ऑफिस की मीटिंग, टारगेट और बॉस से तंग आ चुके हैं, तो काश ऐसी नौकरी आपके हिस्से भी आ जाए!
कहते हैं न – किस्मत वालों को ही मिलती है ऐसी जिंदगी… और ऐसी नौकरी भी!