साहसी ब्राह्मण ने खोजा था निर्जन पड़े स्थान पर हनुमान जी का ये मंदिर, आज बन गया जयपुर की शोभा

राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित श्री खोले के हनुमान जी मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र भी है। जयपुर के अरावली पर्वतमाला की गोद में बसा यह मंदिर अपनी दिव्यता, प्राकृतिक सुंदरता और चमत्कारी मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।
इतिहास: खोले के हनुमान जी मंदिर की स्थापना कैसे हुई?
श्री खोले के हनुमान जी मंदिर का इतिहास लगभग 250 वर्ष पुराना बताया जाता है। कहते हैं कि यहां हनुमान जी की प्रतिमा की खुदाई के दौरान आकस्मिक खोज हुई थी। इस मंदिर का निर्माण स्वामी पृथ्वी दास जी महाराज द्वारा करवाया गया था। "खोला" शब्द का अर्थ होता है "खुला स्थान", और चूंकि यह मंदिर एक प्राकृतिक घाटी में स्थित है, इसलिए इसे "खोले के हनुमान जी" के नाम से जाना जाता है।
मंदिर की विशेषता और महत्व
श्री खोले के हनुमान जी मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता इसकी वास्तुकला और वातावरण है। यहां हनुमान जी की प्रतिमा अत्यंत विशाल और भव्य है। मंदिर का परिसर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, जिससे यहां एक अलग ही आध्यात्मिक वातावरण बनता है। कहते हैं कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। श्रद्धालु दूध, नारियल, लाल कपड़े, फूल और तेल के दीपक चढ़ाकर हनुमान जी से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।
भंडारा और सेवा परंपरा
इस मंदिर में नियमित रूप से भंडारा (सामूहिक भोजन) का आयोजन होता है। यहां भक्त अपनी श्रद्धा से दान भी करते हैं। माना जाता है कि यहां अन्न दान करने से कई गुणा पुण्य मिलता है। हर मंगलवार और शनिवार को लाखों श्रद्धालु मंदिर आकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसके अलावा विशेष अवसरों पर संकट मोचन हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ और सुंदरकांड का आयोजन किया जाता है।
कैसे पहुंचे खोले के हनुमान जी मंदिर?
यह मंदिर जयपुर शहर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन जयपुर रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से लगभग 8 किलोमीटर दूर है। जयपुर के किसी भी हिस्से से यहां तक टैक्सी, ऑटो या बस से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
मंदिर की ओर जाने वाली सड़कें पहाड़ी रास्तों से होकर गुजरती हैं, जिससे यात्रा रोमांचक हो जाती है। भक्तजन अक्सर पैदल यात्रा कर भगवान हनुमान जी के दर्शन करने आते हैं।
निष्कर्ष: आस्था और श्रद्धा का केंद्र
श्री खोले के हनुमान जी मंदिर केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि श्रद्धा, भक्ति और चमत्कारों का जीवंत प्रमाण है। यहां आकर श्रद्धालुओं को शांति, ऊर्जा और सकारात्मकता का अनुभव होता है। अगर आप जयपुर जाएं तो खोले के हनुमान जी के दर्शन करना न भूलें। यह स्थान हर भक्त के मन में भक्ति और विश्वास का नया संचार करता है।