Samachar Nama
×

इस पोर्नस्टार ने बताई रील लाइफ की भयानक सच्चाई, जानकर रह जाएंगे दंग

;

जब भी कोई "पोर्नस्टार" शब्द सुनता है, तो ज़्यादातर लोगों के ज़हन में एक लग्जरियस, मज़ेदार और उत्तेजक ज़िंदगी की तस्वीर उभरती है। लोगों को लगता है कि ये लोग खूब पैसे कमाते हैं, फैंसी लाइफ जीते हैं और हर दिन मौज-मस्ती में रहते हैं। लेकिन हकीकत इससे कहीं अलग, कहीं ज़्यादा कठोर और भावनात्मक रूप से थका देने वाली होती है।

पिछले साल मशहूर पोर्नस्टार कैरन ली ने एक इंटरव्यू में अपनी रियल लाइफ के बारे में कुछ ऐसे खुलासे किए जो आम लोगों की सोच से बिलकुल विपरीत हैं।

असली नाम, असली जिम्मेदारियां

कैरन ली का असली नाम एडम है और वह एक बेटे के पिता हैं। उनकी पत्नी क्रिस्टन प्राइस भी एक पोर्नएक्ट्रेस हैं। आम धारणा यह होती है कि ऐसी जोड़ियों की सेक्स लाइफ बहुत रोमांचक होगी, लेकिन कैरन ने साफ कहा कि उनके रिश्ते में वह गहराई और भावनात्मक जुड़ाव नहीं है जिसकी उम्मीद की जाती है।

शूटिंग का सच: थकान, बर्फ और बोरियत

कैरन बताते हैं कि एक पोर्न मूवी की शूटिंग कम से कम तीन घंटे की होती है। सेट पर लगभग 30 लोग मौजूद रहते हैं — मेकअप आर्टिस्ट, साउंड रिकॉर्डिस्ट, डायरेक्टर, लाइटिंग टीम और अन्य टेक्नीशियन। लेकिन यह माहौल किसी भी तरह से "सेक्सी" नहीं होता। कैरन कहते हैं कि मेकअप आर्टिस्ट फोन पर गेम खेल रहा होता है, तो साउंड रिकॉर्डिस्ट किताब पढ़ रहा होता है। ऐसी बोरियत भरी सेटिंग में प्रदर्शन करना एक मानसिक चुनौती होती है।

एक बार उन्हें एक आउटडोर शूट के लिए बर्फ से ढंके गार्डन में बिना कपड़ों के बैठना पड़ा। उस ठंड में उन्हें अपनी उंगलियां भी महसूस नहीं हो रही थीं। कैरन कहते हैं, "लोग सोचते हैं कि ये काम मज़ेदार होता है, लेकिन कई बार तो शरीर को कंट्रोल में रखना भी मुश्किल होता है।"

हाई रिस्क प्रोफेशन

इस इंडस्ट्री की सबसे बड़ी समस्या है स्वास्थ्य संबंधी खतरे। कैरन के मुताबिक, एक पोर्नस्टार को कई पार्टनर्स के साथ काम करना पड़ता है। ऐसे में एसटीडी (STD) और एसटीआई (STI) का खतरा हमेशा बना रहता है।

हालांकि, इंडस्ट्री में सुरक्षित संबंध और नियमित मेडिकल जांच अनिवार्य हैं। हर पोर्नस्टार को हर 10 से 14 दिन में एचआईवी टेस्ट कराना पड़ता है। कैरन ने बताया कि वह खुद बहुत सतर्क रहते हैं, लेकिन खतरा कभी पूरी तरह खत्म नहीं होता।

कमाई जितनी बड़ी, चुनौतियां उतनी ही गहरी

कैरन बताते हैं कि वे दिन के करीब 2.58 लाख रुपये कमाते हैं। अगर सालभर काम करें तो 9.6 करोड़ रुपये की कमाई संभव है। लेकिन वह यह भी स्वीकार करते हैं कि हर दिन शूट करना संभव नहीं है — शारीरिक थकावट, मानसिक दबाव और भावनात्मक दूरी हर दिन शूटिंग को मुश्किल बना देते हैं।

सामाजिक कलंक और निजी जीवन

एक और बड़ी चुनौती है — सामाजिक पहचान और स्वीकृति। कैरन बताते हैं कि वे जब अपने बेटे के स्कूल जाते हैं, तो लोग उन्हें अलग नजरों से देखते हैं। उनका पेशा उन्हें अक्सर अपमान और तिरस्कार का सामना कराता है। निजी जीवन में भी कई बार उन्हें अकेलापन महसूस होता है।

निष्कर्ष

पोर्न इंडस्ट्री की दुनिया जितनी ग्लैमरस बाहर से दिखती है, अंदर से वह उतनी ही जटिल, थकाऊ और जोखिम भरी होती है। कैरन ली की कहानी यह बताती है कि हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती। इस इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों के भी अपने दर्द, संघर्ष और इंसानी ज़रूरतें होती हैं।

हमें इन लोगों को केवल "सेक्स सिंबल" के रूप में नहीं बल्कि एक इंसान की तरह देखने की ज़रूरत है — जो अपने काम के ज़रिए परिवार पाल रहे हैं, समाज की धारणा से जूझ रहे हैं और हर दिन एक नई चुनौती का सामना कर रहे हैं।

Share this story

Tags