दुनिया का ऐसा अनोखा शख्स जो हर रोज सहता हैं ‘नर्क की आग’ में जलने जैसा दर्द, कारण जानकर हो जाएंगे बहोश
दुनिया में ऐसी अजीबोगरीब बीमारियां हैं जिनके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। कई बार ऐसा भी होता है कि डॉक्टर भी उन बीमारियों के बारे में नहीं बता पाते, उनका इलाज करना तो दूर की बात है.......

दुनिया में ऐसी अजीबोगरीब बीमारियां हैं जिनके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। कई बार ऐसा भी होता है कि डॉक्टर भी उन बीमारियों के बारे में नहीं बता पाते, उनका इलाज करना तो दूर की बात है। ऐसी ही एक अजीब बीमारी डीन क्लिफोर्ड नाम के शख्स को हो गई है। इस बीमारी के कारण उनके जीवन में लगातार भयानक दर्द बना हुआ है। अब तो उसे इस दर्द में जीने की आदत हो गई है. हैरानी की बात तो यह है कि डॉक्टरों ने डीन के माता-पिता को बचपन में ही बता दिया था कि वह ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पाएगा, लेकिन चमत्कारिक रूप से वह 43 साल की उम्र में भी मजबूत स्थिति में है।
वेबसाइट लेडीबाइबल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डीन को एक दुर्लभ बीमारी है, जिसे 'एपिडर्मोलिसिस बुलोसा' और 'कॉटन वूल बेबीज' के नाम से भी जाना जाता है। इससे पीड़ित लोगों को थर्ड डिग्री बर्न जैसा दर्द महसूस होता है और यह दर्द लगातार बना रहता है। यह रोग एक प्रकार का त्वचा विकार है जिसमें रोगी की त्वचा भी बहुत नाजुक हो जाती है। इतना नाजुक कि शरीर पर हल्की सी चोट या हल्की खरोंच से ही फफोले पड़ जाते हैं। फिलहाल इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, इसलिए पीड़ितों को जितना हो सके अपनी सुरक्षा करने के लिए कहा जाता है और डॉक्टर संक्रमण से बचाव के लिए दवाएं आदि देते रहते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टरों ने भविष्यवाणी की थी कि इस बीमारी के कारण डीन पांच साल से ज्यादा जीवित नहीं रह पाएंगे, लेकिन वह डॉक्टरों की उम्मीदों से कहीं आगे निकल गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के रहने वाले डीन ने कहा कि उन्हें बताया गया था कि वह 10 साल की उम्र के बाद कभी नहीं चल पाएंगे, लेकिन फिर चमत्कारिक ढंग से डीन ने अपनी व्हीलचेयर छोड़ दी और अपने पैरों पर वापस खड़े हो गए। उन्होंने 2000 में ओलंपिक मशाल भी उठाई थी।?