
हमारी पृथ्वी अनगिनत रहस्यों से भरी हुई है। अधिकांश रहस्य आज तक उजागर नहीं हो सके हैं। इतना ही नहीं, दुनियाभर के वैज्ञानिक भी इन रहस्यों को पूरी तरह से नहीं समझ पाए। इन रहस्यों में जंगल, नदियाँ, तालाब, महासागर और कई द्वीप भी शामिल हैं। आज हम आपको एक ऐसे द्वीप के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आपकी रूह कांप जाएगी। दरअसल, आज हम आपको यूरोपीय देश इटली के एक द्वीप के बारे में बताने जा रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो भी इस द्वीप पर गया, वह कभी वापस नहीं लौटा।
आपको बता दें कि इस द्वीप पर अक्सर रहस्यमयी घटनाएं घटती रहती हैं जिसके कारण यह द्वीप पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना रहता है। दरअसल, यह रहस्यमयी द्वीप इटली के वेनिस और लीडो शहर के बीच वेनिशिया की खाड़ी में मौजूद है। इस द्वीप के बारे में कहा जाता है कि जो भी इस द्वीप पर गया वह कभी जीवित वापस नहीं लौटा। कई लोगों ने इन रहस्यों को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन कोई भी इसमें सफल नहीं हुआ। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि यहां जो भी गया वह जीवित वापस नहीं लौटा। इसलिए, इतालवी सरकार ने इस रहस्यमयी द्वीप पर किसी के भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कहा जाता है कि सैकड़ों साल पहले इटली में प्लेग की महामारी फैली थी, जिसने भयानक रूप ले लिया था। आपको बता दें कि उस समय इस महामारी का कोई इलाज नहीं था जिसके कारण यहां की सरकार चिंतित थी। सरकार को इस बीमारी के फैलने का डर था। इसी डर के कारण सरकार ने इस द्वीप पर करीब 1 लाख 60 हजार लोगों को जिंदा जला दिया था। इसके बाद यहां काला बुखार नामक बीमारी भी फैलने लगी। यह सब देखकर यहां की सरकार ने निर्णय लिया कि इन लोगों के शवों को भी इसी द्वीप पर दफनाया जाए।
तभी से स्थानीय लोग इस द्वीप को शापित मानने लगे। ऐसा कहा जाता है कि दाह-संस्कार किए गए लोगों की आत्माएं आज भी इस द्वीप पर भटकती हैं। कई लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने यहां आत्माओं को देखा है। इस द्वीप से अजीब आवाजें सुनने के भी दावे किए गए हैं। इस द्वीप पर घटित रहस्यमयी घटनाओं के कारण इटली सरकार ने यहां लोगों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसलिए अब इस आइलैंड पर कोई नहीं जा सकता लेकिन इस डरावने आइलैंड की सच्चाई आज तक किसी के सामने नहीं आई है।