Samachar Nama
×

ये है मुर्दों का शहर जहाँ जाने वाला कभी लौटकर नहीं आता वापिस! बिना पानी के ही चलती है नाव, जानिए क्या है रहस्य 

ये है मुर्दों का शहर जहाँ जाने वाला कभी लौटकर नहीं आता वापिस! बिना पानी के ही चलती है नाव, जानिए क्या है रहस्य 

मृत्यु एक शाश्वत सत्य है, फिर भी हम इसे नज़रअंदाज़ करते हैं। हम इस पर बात नहीं करना चाहते। लेकिन हम आपको मृत्यु के बाद के कर्मकांडों के बारे में कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप चौंक जाएँगे। क्या कभी ऐसा होता है कि किसी इमारत की हर मंज़िल पर सिर्फ़ लाशें हों? इतना ही नहीं, इस जगह के बारे में यह भी सुना जाता है कि जो भी वहाँ जाता है, वह कभी वापस नहीं लौटता...

रूस में है यह रहस्यमयी शहर
हम जिस जगह की बात कर रहे हैं, वह रूस के उत्तरी ओसेशिया में है। इस जगह का नाम दरगाव्स है। यह ऊँचे पहाड़ों के बीच छिपी एक वीरान जगह है, लोग यहाँ नहीं आते। इसे मुर्दों का शहर भी कहा जाता है।

यहाँ हैं अनगिनत तहखाने जैसी इमारतें

दरगाहों में अनगिनत तहखाने जैसी इमारतें हैं, जो चार मंजिला हैं और सफ़ेद पत्थरों से बनी हैं। हैरानी की बात यह है कि इन इमारतों की हर मंज़िल पर सिर्फ़ लाशें ही दफ़नाई जाती हैं। ख़ास बात यह है कि एक ही मंज़िल पर एक ही परिवार के सदस्यों के शव रखे जाते हैं। इसके पीछे सोच यह है कि मरने के बाद भी लोग एक-दूसरे से भावनात्मक रूप से जुड़े रहें।

नावें तो हैं, पर नदी नहीं है

दरगाहों में नावें तो बहुत हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि यहाँ कोई नदी नहीं है। क्योंकि यहाँ झोपड़ीनुमा कई इमारतें हैं। हर झोपड़ी में नावों के साथ एक ही परिवार के सदस्यों को दफ़नाया गया है। कहा जाता है कि जन्नत जाने के लिए नदी पार करनी पड़ती है। इसलिए अगर शव को नाव में रखा जाए, तो आत्मा को नदी पार करने में आसानी होगी। दरगाहों की इन इमारतों के बारे में कहा जाता है कि इनका निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ था।

Share this story

Tags