Samachar Nama
×

वैज्ञानिकों के लिए रहस्यमयी बना हुआ है ये नर्क का दरवाजा, 48 साल से लोग समझ रहे चमत्कार

दुनिया में कई रहस्यमयी स्थान हैं, जो आज तक विज्ञान के लिए पहेली बने हुए हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला और डरावना स्थल है तुर्कमेनिस्तान (पुराना तुर्किस्तान) के कराकुम रेगिस्तान में मौजूद "नरक का दरवाजा" (Door to Hell)

🔥 क्या है "नरक का दरवाजा"?

  • कराकुम रेगिस्तान के बीचों-बीच एक बड़ा गोल गड्ढा है।

  • इसका व्यास लगभग 9 मीटर और गहराई 30 मीटर है।

  • पिछले 53 वर्षों से यहां लगातार आग जल रही है, और इसका अंत नजर नहीं आता।

इस गड्ढे से लगातार भयंकर लपटें और गर्मी निकलती हैं, जिसे देखकर ऐसा लगता है जैसे पृथ्वी ने अपने भीतर से नरक के द्वार खोल दिए हों

🧪 कैसे बनी यह रहस्यमयी जगह?

साल 1971 में सोवियत यूनियन (रूस) के वैज्ञानिक यहां प्राकृतिक गैस के स्रोतों की खोज कर रहे थे। उन्होंने जब खुदाई शुरू की, तो जमीन अचानक धंस गई और उनके उपकरण भी गड्ढे में समा गए।

इसके बाद उस गड्ढे से मीथेन गैस निकलने लगी, जो काफी खतरनाक होती है। गैस को वातावरण में फैलने से रोकने के लिए वैज्ञानिकों ने फैसला किया कि उसमें आग लगा दी जाए, ताकि गैस जल जाए और वातावरण सुरक्षित रहे।

लेकिन...

🔥 जो आग कुछ दिनों में बुझ जानी चाहिए थी, वो आज तक जल रही है!

🌍 अब बना टूरिस्ट स्पॉट

  • आज ये गड्ढा एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल बन चुका है।

  • दुनियाभर से लोग इसे देखने आते हैं और इसे "Door to Hell" या "Hell's Gate" के नाम से जानते हैं।

  • रात के समय यहां की आग की चमक और लपटें देखने में डरावनी लेकिन अद्भुत लगती हैं।

🧠 विज्ञान भी हैरान!

अब तक वैज्ञानिक यह नहीं समझ पाए हैं कि:

  • 🔹 यह आग कब तक जलेगी?

  • 🔹 गैस का स्रोत कितना गहरा है?

  • 🔹 क्या इसे बुझाया जा सकता है?

तुर्कमेनिस्तान सरकार ने कई बार इसे बंद करने की योजना बनाई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया।

📌 निष्कर्ष:

"नरक का दरवाजा" एक ऐसा स्थल है जो प्राकृतिक रहस्य, विज्ञान की असफलता और इंसानी जिज्ञासा—तीनों का अनोखा संगम है। अगर आप रहस्यों और रोमांच के शौकीन हैं, तो ये जगह आपके लिए किसी अजूबे से कम नहीं।

Share this story

Tags