माता काली का ऐसा चमत्कारिक मंदिर जहां से गुजरते हुए ट्रेन भी देती है 'सलामी', द्वापर युग से है कनेक्शन

भारत मंदिरों का देश है। हमारे देश में कई चमत्कारी मंदिर हैं। इन चमत्कारों को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित है। हरिद्वार में भी एक ऐसा चमत्कारी मंदिर है। आपको बता दें कि हरिद्वार हिंदुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां मां काली का प्राचीन मंदिर है। मां काली का यह चमत्कारी मंदिर हर की पौड़ी के पास स्थित है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मंदिर महाभारत काल से ही यहां मौजूद है। मां काली का यह चमत्कारी मंदिर एक ऊंचे पहाड़ की गुफा में स्थित है।
हरिद्वार और देहरादून की रेलवे लाइन माँ काली के इस मंदिर के नीचे से गुजरती है। एक तरफ जहां भक्त देवी के दर्शन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मंदिर के नीचे से ट्रेनें आती-जाती रहती हैं। लोगों का मानना है कि जो भी इस मंदिर में सच्चे मन से आकर इच्छा मांगता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। लोगों का कहना है कि यह रेलवे लाइन ब्रिटिश काल में बनी थी, जिसके कुछ साल बाद इस पर ट्रेनें चलनी शुरू हुईं।
कहा जाता है कि हरिद्वार से ऋषिकेश जाने वाली ट्रेन या ऋषिकेश और देहरादून से हरिद्वार जाने वाली ट्रेन यहां रुकती थी। माता के मंदिर के आगे रेलगाड़ियां नहीं जा सकती थीं। इसके बाद एक दिन रेलवे विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को काली मां ने स्वप्न में दर्शन दिए और बताया कि उनका स्थान वहीं है।
मां काली ने रेलवे अधिकारी से कहा कि यहां उनके भक्तों के आवागमन के लिए एक मार्ग का निर्माण किया जाए, ताकि उनके भक्त मंदिर तक पहुंच सकें। इसके बाद रेलवे लाइन के ऊपर एक पुल का निर्माण किया गया। पुल के निर्माण के बाद अचानक सब कुछ ठीक हो गया और रेलगाड़ियां आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक मंदिर से होकर गुजरने लगीं। अब भी जब भी यहां से कोई ट्रेन निकलती है तो लोको पायलट एक बार हॉर्न बजाकर मां के दरबार में हाजिरी जरूर लगाता है।