आपने दुनिया की सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों के बारे में सुना होगा, लेकिन आपने दुनिया की सबसे धीमी गति से चलने वाली ट्रेन के बारे में नहीं सुना होगा। आज हम आपको दुनिया की सबसे धीमी गति वाली ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसकी गति लगभग साइकिल के बराबर है। दरअसल, दुनिया की सबसे धीमी गति वाली ट्रेन स्विट्जरलैंड में है। इस ट्रेन का नाम ग्लेशियर एक्सप्रेस है।
आपको बता दें कि ग्लेशियर एक्सप्रेस ट्रेन स्विट्जरलैंड की ऊंची पहाड़ियों पर चलती है। दुनिया की सबसे धीमी गति वाली रेलगाड़ी स्विटजरलैंड के रामार्ट और सेंट मोरित्ज़ स्टेशनों के बीच चलती है। कहने को तो यह एक एक्सप्रेस ट्रेन है जिसकी स्पीड सामान्य ट्रेनों से ज्यादा होनी चाहिए लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि इस ट्रेन की स्पीड करीब 29 किलोमीटर प्रति घंटा है।
यानी ग्लेशियर एक्सप्रेस करीब 290 किलोमीटर की दूरी 10 घंटे में तय करती है। इसी वजह से ग्लेशियर एक्सप्रेस को दुनिया की सबसे धीमी एक्सप्रेस ट्रेन कहा जाता है। आपको बता दें कि इस ट्रेन की शुरुआत साल 1930 में ऊंची पहाड़ियों के बीच हुई थी। शुरुआती दिनों में यह ट्रेन केवल गर्मियों के मौसम में ही चलती थी, क्योंकि जिस क्षेत्र में यह ट्रेन चलती है वहां भारी बर्फबारी होती है।
इसीलिए बर्फीली पहाड़ियों में कोई भी इधर-उधर नहीं जा रहा था। उस समय इस ट्रेन में यात्री डिब्बे लगाये गये थे, जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। ऊंची पहाड़ियों के बीच से गुजरते हुए यात्रियों को शौचालय की सुविधा भी नहीं मिली। हालाँकि, समय के साथ इसमें कई सुधार हुए। आपको बता दें कि धीमी गति की ट्रेन होना कोई गर्व करने वाली बात नहीं है, लेकिन यह दर्जा मिलने के बाद स्विस लोगों से लेकर दुनिया भर के पर्यटक इसका अनुभव लेने के लिए आने लगे हैं।
ट्रेन से लगभग 290 किलोमीटर की यात्रा में हरी-भरी या बर्फीली पहाड़ियां नजर आती हैं। साथ ही यह ट्रेन 91 सुरंगों और 291 पुलों से भी गुजरती है, जो हर किसी का मन मोह लेती है। पहाड़ियों से गुजरते समय कई उतार-चढ़ाव आते हैं। इस तरह यात्रियों को एक विशेष प्रकार की शराब दी जाती है ताकि उन्हें पेट दर्द या उल्टी की शिकायत न हो। सचमुच, इस ट्रेन से यात्रा करना काफी रोमांचकारी है। इसलिए सभी लोग पर्यटन के लिए इस ट्रेन में यात्रा करते हैं, उनके पास कोई काम नहीं होता और वे इस ट्रेन में यात्रा का आनंद लेते हैं।