दुनिया का सबसे अनोखा शिवलिंग, जिस पर चढ़ाने के बाद दूध का रंग हो जाता है नीला, आज तक कोई नहीं समझ पाया भोलेबाबा की महिमा

आज पूरे देश में महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि पर लोग भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं और उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। आज इस अवसर पर हम आपको एक चमत्कारी शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं। हमारे देश में भगवान शिव के लाखों मंदिर हैं। इनमें से कई मंदिर चमत्कारी भी हैं। कई चमत्कारों के रहस्य को आज तक वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए हैं। आप भी शिवलिंग पर दूध चढ़ाते होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं एक ऐसा शिवलिंग भी है जिस पर दूध चढ़ाने से उसका रंग बदल जाता है।
ऐसा ही एक मंदिर केरल में स्थित है। जिसके चमत्कार की चर्चा देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में होती है। यह मंदिर तमिलनाडु के कीजापेरुमपल्लम गांव में स्थित है। नागनाथस्वामी मंदिर को केति स्थल के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर कावेरी नदी के तट पर स्थित है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जब भक्त मंदिर में शिवलिंग पर दूध चढ़ाते हैं तो उसका रंग तुरंत नीला हो जाता है।
सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि इसके बारे में आज तक कोई नहीं जान पाया। लोगों को समझ में नहीं आता कि ऐसा क्यों होता है। हालाँकि, यह हमेशा दिखाई नहीं देता। ऐसा माना जाता है कि केतु ग्रह के दोष से पीड़ित लोगों द्वारा चढ़ाया जाने वाला दूध केवल नीले रंग का होता है। बाद में यह रंग पुनः सफेद हो जाता है।
वैज्ञानिक भी आज तक यह नहीं जान पाए हैं कि दूध का रंग नीला क्यों हो जाता है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि वैज्ञानिक आज तक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं कि यह वापस सफेद रंग में कैसे बदल जाता है। लोग इस मंदिर में दूध चढ़ाने के बाद उसका रंग बदल जाने को चमत्कार कहते हैं। लोग दूर-दूर से मंदिर दर्शन के लिए आते हैं।
इस मंदिर के साथ एक मान्यता भी जुड़ी हुई है। ऐसा माना जाता है कि एक बार केतु ने महान ऋषि के श्राप से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की पूजा की थी। इसके बाद केतु की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने शिवरात्रि के दिन केतु को श्राप से मुक्त कर दिया। तभी से केतु को समर्पित यह मंदिर भी भगवान शिव का माना जाता है।