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सबसे क्रूर तानाशाह, जिनका नाम सुनते ही थर-थर कांपने लगते थे लोग

दुनिया के सबसे क्रूर तानाशाह, जिनका नाम सुनते ही थर-थर कांपने लगते थे लोग

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बारे में तो आप जानते ही होंगे। वह अपने विरोधियों या अपने विरुद्ध विद्रोह करने वालों को मृत्युदंड से कम कुछ नहीं देता। इतना ही नहीं, उसने लोगों के लिए खाने-पीने और यहां तक ​​कि कपड़े पहनने को लेकर भी नियम बनाए हैं। अगर कोई इन नियमों का पालन नहीं करता है तो उसे मौत की सजा भी दी जाती है। आज हम आपको दुनिया के कुछ ऐसे तानाशाहों के बारे में बताने जा रहे हैं। लोग उसका नाम सुनते ही काँप उठते थे।

सबसे पहले बात करते हैं हिटलर की। एडोल्फ हिटलर एक जर्मन तानाशाह था। वह नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी के नेता थे। उसकी क्रूरता के किस्से काफी मशहूर हैं। ऐसा कहा जाता है कि हिटलर द्वितीय विश्व युद्ध के लिए जिम्मेदार था। उसने पूरे यूरोप में यहूदियों को मार डाला। कुछ वर्ष पहले हिटलर के शासनकाल में पोलैंड में मानव त्वचा से बना एक एल्बम भी खोजा गया था। जिसमें 100 से अधिक तस्वीरें मिलीं।

इन दिनों उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग की हालत दिल की सर्जरी के बाद गंभीर बताई जा रही है। किम जोंग का नाम भी बेहद क्रूर तानाशाहों की सूची में आता है। कहा जाता है कि उसने अपने ही चाचा को जंगली कुत्तों का शिकार बनवा दिया था। उसने अपनी चाची को भी जहर देकर मार डाला। यह भी कहा जाता है कि सभी लोगों को उनके जैसा ही हेयर स्टाइल रखना चाहिए। जो ऐसा नहीं करता उसे मार दिया जाता है।मुअम्मर ने लीबिया पर 40 वर्षों तक शासन किया। उनकी दो शादियाँ हुईं। उनके 6 लड़के और एक लड़की थी। ऐसा कहा जाता है कि वह जिस कॉलेज में पढ़ता था, उस लड़की से शारीरिक संबंध बनाता था। जब भी वह कहीं जाता तो लोग उसे देखकर डर से कांप उठते।

याह्या खान पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह और तीसरे राष्ट्रपति थे। ढाका मुद्दे के कारण उन्हें पाकिस्तान का सबसे बड़ा खलनायक माना जाता है। यह भी कहा जाता है कि वर्ष 1971 में भारत-पाक युद्ध याह्या खान के कारण हुआ था।इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन हमेशा अपने हाथ में एक लोहे की छड़ रखते थे। उन्होंने वर्ष 1979 में अल बकर को गद्दी से हटा दिया और स्वयं बैठ गये। इसके कारण लगभग 8 वर्षों तक युद्ध चला। 2003 में अमेरिकी सेना ने सद्दाम हुसैन को एक सुरंग से पकड़ लिया था। बाद में 2006 में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई।

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