आज से खुलेंगे विश्व विख्यात रणकपुर जैन मंदिर के विशाल पट, हर साल पहुंचते हैं 6 लाख से अधिक पर्यटक
भारत एक ऐसा देश है जहां आश्चर्यों की कोई कमी नहीं है। विभिन्न जातियों और समुदायों के लोग एक ही भूमि पर एक साथ रहते हैं। सभी एक साथ रहते हैं और अपने-अपने धर्मों का पालन करते हैं। देश में कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च हैं, जिनकी स्थापत्य शैली और कलाकृति आज भी लोगों को आश्चर्यचकित करती है। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो वाकई किसी आश्चर्य से कम नहीं है।
हम यहां बात कर रहे हैं राजस्थान के उदयपुर जिले से करीब 100 किलोमीटर दूर रणकपुर में स्थित जैन मंदिर की। इस मंदिर की नक्काशी, वास्तुकला वाकई मंत्रमुग्ध कर देने वाली है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी विशेषता के बारे में जानकर कोई भी आश्चर्यचकित हो सकता है। आपको बता दें, संगमरमर से बना यह मंदिर दुनियाभर में इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि यह 1500 खंभों पर टिका हुआ है।
जी हां, रणकपुर का यह प्राचीन जैन मंदिर 1500 स्तंभों पर टिका हुआ है। अत्यंत सुन्दरता से तराशे गए इस मंदिर की बात ही कुछ और है। अब बात करते हैं मंदिर के निर्माण काल की तो आपको बता दें कि इस मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी में राणा कुंभा के शासनकाल में हुआ था। रणकपुर का नाम राणा कुम्भा के नाम पर रखा गया था।
जैसे ही आप मंदिर के अंदर प्रवेश करेंगे तो आप देखेंगे कि मंदिर के अंदर हजारों खंभे हैं जो इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। मंदिर की एक अन्य प्रमुख विशेषता प्रत्येक स्तंभ पर उत्कृष्ट नक्काशी है। इसकी तीसरी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इन सभी खंभों से आप जहां भी देखेंगे, आपको मुख्य मूर्ति ही नजर आएगी। इतना ही नहीं, उस युग के निर्माणकर्ताओं ने मंदिर में कई तहखाने भी बनवाए थे, ताकि भविष्य में किसी भी खतरे का अनुमान लगाया जा सके। इन तहखानों में पवित्र मूर्तियों को सुरक्षित रखा जा सकता है।
यह मंदिर जैन धर्म के पांच प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। मंदिर के मुख्य हॉल में तीर्थंकर आदिनाथ की चार विशाल संगमरमर की मूर्तियाँ भी हैं। इस मंदिर की जटिल नक्काशी देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं।
रणकपुर में स्थित इस मंदिर में 76 छोटे गुंबदनुमा गर्भगृह, चार बड़े प्रार्थना कक्ष और चार बड़े पूजा स्थल हैं। ऐसा माना जाता है कि वे मनुष्य को जीवन-मरण की 84 योनियों से मुक्ति दिलाकर मोक्ष प्राप्त करने की प्रेरणा देते हैं।