विश्व की वो एकमात्र दरगाह जहां मुस्लिम ही नहीं, हिंदू और सिख भी झुकाते हैं सिर, वीडियो देख नहीं होगा यकीन!
भारत विविधताओं का देश है। यहां धर्म, भाषा और संस्कृति में भले ही विविधता हो, लेकिन आस्था और श्रद्धा का संगम हर जगह दिखाई देता है। ऐसा ही एक अनूठा स्थान है राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, जिसे न केवल मुस्लिम श्रद्धालु सिर झुकाकर सलाम करते हैं, बल्कि हिंदू, सिख और यहां तक कि अन्य धर्मों के लोग भी पूरी श्रद्धा से यहां मन्नतें मांगते हैं। इस दरगाह को विश्व की एकमात्र ऐसी दरगाह कहा जाता है, जहां धर्म की दीवारें गिर जाती हैं और इंसानियत की पूजा होती है। यहां हर जाति, धर्म और संप्रदाय के लोग अपनी-अपनी आस्था और विश्वास के साथ हाजिरी लगाते हैं।
अजमेर शरीफ दरगाह की खासियत
अजमेर शरीफ दरगाह को "गरीब नवाज" ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के नाम से भी जाना जाता है। ख्वाजा साहब की यह दरगाह न केवल मुसलमानों के लिए, बल्कि अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी आस्था का केंद्र है। यहां हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन खास तौर पर उर्स के मौके पर लाखों लोग दरगाह शरीफ में मत्था टेकने पहुंचते हैं। लोग चादर चढ़ाते हैं, फूल अर्पित करते हैं और मन्नतें मांगते हैं। कहा जाता है कि जो भी सच्चे दिल से यहां मन्नत मांगता है, उसकी हर इच्छा पूरी होती है।
सभी धर्मों के लोग क्यों आते हैं यहां?
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने अपनी पूरी जिंदगी इंसानियत, मोहब्बत और भाईचारे का संदेश देने में बिताई। उनकी यही शिक्षाएं आज भी लोगों को इस दरगाह की ओर आकर्षित करती हैं। यहाँ यह फर्क नहीं पड़ता कि श्रद्धालु किस धर्म को मानते हैं। हर किसी को यहां एक समान दृष्टि से देखा जाता है। कई हिंदू परिवारों की पीढ़ियां दरगाह शरीफ में अपनी मन्नतें पूरी होने पर चादर चढ़ाने आते हैं। सिख समुदाय के लोग भी "अर्ज़ी" लगाते हैं और यहां "कड़ा प्रसाद" भी वितरित करते हैं। यही नहीं, कई ईसाई श्रद्धालु भी यहां मोमबत्तियां जलाकर अपनी प्रार्थनाएं करते हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह दरगाह में अलग-अलग धर्मों के लोग एक साथ प्रार्थना कर रहे हैं। वीडियो में एक हिंदू महिला भगवान का भजन गा रही है, तो वहीं बगल में एक मुस्लिम युवक दुआ पढ़ रहा है। वहीं एक सिख श्रद्धालु 'वाहे गुरु' का जाप कर रहा है। इस दृश्य ने लोगों को भावुक कर दिया है और यह वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है।
लोग कह रहे हैं कि "ऐसी जगहें ही भारत की असली पहचान हैं।"
निष्कर्ष
अजमेर शरीफ दरगाह आज भी यह सिखाती है कि धर्म से ऊपर इंसानियत होती है। यहां आकर हर कोई खुद को भगवान के और करीब महसूस करता है। दरगाह का वातावरण, ख्वाजा साहब की करुणा और उनका दिया हुआ प्रेम का संदेश, हर दिल में जगह बना लेता है।
अगर आपने अब तक इस दरगाह की यात्रा नहीं की है, तो एक बार ज़रूर जाएं और खुद इस अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनें। यकीन मानिए, यह यात्रा आपको एक नई ऊर्जा और शांति देगी।