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सिटी ऑफ़ लेक कहलाने वाले राजस्थान के उदयपुर की सबसे पुरानी झील, जाने क्यों हैं ये सबसे खास ?

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उदयपुर संस्कृति, इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य और झीलों से बना है। भारत में नैनीताल और भोपाल सहित कई शहरों को 'झीलों का शहर' कहा जाता है। लेकिन इनमें से उदयपुर का नाम अलग से लिया जाता है क्योंकि यहां की झीलें बहुत अनोखी हैं। महल, झीलें, बगीचे, भव्य इमारतें, सफेद सड़कों में रंग का स्पर्श - कुल मिलाकर, उदयपुर पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। उदयपुर राजस्थान का सबसे लोकप्रिय शहर है, लोग इसे झीलों का शहर भी कहते हैं। क्योंकि आप यहां जहां भी घूमने जाएंगे तो रास्ते में आपको कोई न कोई झील जरूर दिखेगी। पिछोला झील का नाम अक्सर लोगों के मुंह से सुना जाता है, क्योंकि पिछोला झील पर सूर्योदय देखने के लिए बहुत से लोग हर दिन इंतजार करते हैं। आप यहां बोटिंग भी कर सकते हैं। लेकिन इसके अलावा एक और झील का नाम भी लोग लेते हैं।

उदयपुर की सबसे प्रसिद्ध झील
पिछोला झील के बाद बड़ी झील ऐसी झील है, जिसकी खूबसूरती आपको हैरान कर देगी। पहाड़ों के नजारों के साथ इस झील का नजारा बिल्कुल विदेशी होने का एहसास कराता है। इसे देखकर आपको लगेगा ही नहीं कि ये जगह भारत में है. झील के बीच में बना पहाड़ इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ा देता है। बड़ी झील के पास 'बाहुबली' नाम की एक पहाड़ी चोटी है, यह झील के बीच में दिखाई देती है। यहां अक्सर लोग ट्रैकिंग के लिए आते हैं।

यह झील कहाँ स्थित है
155 वर्ग किमी में फैली यह झील उदयपुर शहर के बाहर स्थित है। उदयपुर से यहां तक यात्रा करने का एक अलग ही एहसास है। यह मीठे पानी से बनी एक कृत्रिम झील है। इसका निर्माण 1600 के दशक में महाराणा जय सिंह ने करवाया था। इस प्रसिद्ध झील पर लोग पिकनिक मनाने जाते हैं। यह शहर से लगभग 12 किमी की दूरी पर स्थित है। (भारत के सबसे सस्ते हिल स्टेशन)

नाम क्यों बदला गया?
पहले इस झील का नाम दिवंगत महाराणा जय सिंह की मां जान देवी के नाम पर रखा गया था। लोग इसे जयना सागर के नाम से जानते हैं। लेकिन बाद में बारी नाम के एक गांव के कारण इस झील का नाम बड़ी झील पड़ गया। इस झील का निर्माण 6 लाख रुपये की लागत से किया गया था।

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