हर देश की अपनी संस्कृति और परंपरा होती है, इसके साथ ही वहां अलग-अलग तरह के तीज-त्यौहार भी मनाए जाते हैं। हमारे देश में होली जैसा त्यौहार मनाया जाता है। लेकिन इस त्यौहार में वहां के लोग रंगों से नहीं बल्कि कीचड़ से इस त्यौहार को मनाते हैं और इस दौरान लोग कीचड़ में दौड़कर जश्न मनाते हैं। दरअसल, इसराइल में हर साल ऐसा ही एक त्यौहार मनाया जाता है।
जिसमें लोग कीचड़ भरी सड़क पर दौड़ लगाते हैं। इस प्रतियोगिता को 'मड रेस' कहा जाता है। यह दौड़ दस किलोमीटर लम्बी कीचड़ भरी सड़क पर आयोजित की जाती है। जिसमें हर साल 6,000 लोग भाग लेते हैं। मड रेस ट्रैक को तीन भागों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक खंड में 18 बाधाएं हैं। कुछ स्थानों पर तीखी ढलानें हैं, कमर तक पानी कीचड़ भरा है।
आयोजक दौड़ को और अधिक कठिन बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौड़ के दौरान एक स्थान पर टायरों का उपयोग अवरोध के रूप में किया जाता है। जिसे कुछ लोग कूदकर पार कर जाते हैं। कुछ लोग नीचे से प्रवेश करते हैं और चले जाते हैं। भीगने या पानी में फंसने के बावजूद प्रतिभागी मुस्कुराते रहते हैं। इस दौरान कई प्रतिभागी पहले तो अकेले दौड़ते हैं, लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हो जाता है कि एक-दूसरे की मदद के बिना दौड़ पूरी करना मुश्किल है।
मध्य में टीमें बनना शुरू हो जाती हैं। उसके जूते जितने अधिक समय तक सूखे रहेंगे या उनमें कम कीचड़ लगेगा, उसके आगे बढ़ने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। भारी और फिसलन वाले जूतों को बार-बार साफ करने की जरूरत होती है। इस दौड़ के अंतिम चरण में पहुंच चुके इस प्रतिभागी को मंजिल नजर आने लगी है।
सका जुनून उनके चेहरे पर भी दिख रहा है। लेकिन अब उसे आखिरी तालाब भी पार करना है। यह विजेता 10 किलोमीटर की मड रेस जीतने के बाद अपनी खुशी व्यक्त करता है। कुल्हाड़ी की मदद से वह चढ़ने और फिसलने से बचने में सक्षम हो गया।