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जयगढ़ किले के इतिहास के पीछे छिपा वो अंधेरा जो रात होते ही जिंदा हो उठता, वीडियो में जानिए 5 खौफनाक कहानियां 

जयगढ़ किले के इतिहास के पीछे छिपा वो अंधेरा जो रात होते ही जिंदा हो उठता, वीडियो में जानिए 5 खौफनाक कहानियां 

राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित जयगढ़ किला सिर्फ स्थापत्य कला और सैन्य इतिहास के लिए ही नहीं, बल्कि अपने रहस्यमय किस्सों और डरावनी कहानियों के लिए भी प्रसिद्ध है। अरावली की पहाड़ियों पर बना यह दुर्ग पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय स्थल है, लेकिन इसके पीछे छिपे कुछ रहस्य आज भी लोगों के रोंगटे खड़े कर देते हैं। सदियों पुरानी यह इमारत न केवल एक सैन्य किला रही, बल्कि ऐसी जगह भी मानी जाती है जहां इतिहास के परदे के पीछे कुछ ऐसा घटा जिसे आज भी लोग सिर्फ फुसफुसाहटों में सुनते हैं।इस लेख में हम जानेंगे जयगढ़ किले से जुड़ी 5 खौफनाक किंवदंतियां (horror legends), जो इसे केवल एक पर्यटक स्थल नहीं, बल्कि रहस्य और डर का केंद्र भी बनाती हैं।


1. दफन खजाने की आत्मा
किंवदंती है कि जयगढ़ किले के नीचे एक विशाल खजाना छिपा हुआ था, जिसे मुगलों से छिपाकर रखा गया था। कहा जाता है कि यह खजाना इंदिरा गांधी के शासनकाल में खोजा भी गया, लेकिन सरकार ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बताया।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस खजाने की रक्षा के लिए एक सैनिक की आत्मा वहां आज भी भटकती है। रात में किले के कुछ खास हिस्सों में अजीब-सी परछाइयां और कदमों की आवाजें सुनाई देती हैं, जैसे कोई पहरा दे रहा हो।

2. अदृश्य सुरंग और गायब होते लोग
जयगढ़ किले की एक गुप्त सुरंग आमेर किले से जुड़ी हुई बताई जाती है, जिसका कुछ हिस्सा आज भी रहस्यमय बना हुआ है। कहा जाता है कि कई वर्षों पहले कुछ साहसी लोग इस सुरंग के अंदर गए, लेकिन कभी लौटकर नहीं आए।
स्थानीय बुजुर्गों की मानें तो सुरंग के भीतर आत्माओं का बसेरा है जो बाहरी लोगों को अपने पास नहीं आने देतीं। यहां जाने की सख्त मनाही होती है, खासकर सूरज ढलने के बाद।

3. तोपखाने की चीखें
जयगढ़ किले का तोपखाना एक ऐतिहासिक धरोहर है जहां ‘जयवाण’ जैसी विशाल तोप रखी गई है। किंवदंती है कि इस तोप का निर्माण करने वाले मजदूरों की मौत रहस्यमयी परिस्थितियों में हो गई थी।रात के समय कई गार्ड्स और सफाईकर्मी ये दावा करते हैं कि उन्होंने तोपखाने से लोहे पर हथौड़े की आवाजें और किसी के कराहने की ध्वनि सुनी है, जबकि वहां कोई नहीं होता।

4. महाराजा का श्रापित कमरा
जयगढ़ किले का एक कक्ष ऐसा भी बताया जाता है, जिसे आज तक आम जनता के लिए नहीं खोला गया है। लोक मान्यता है कि यह कमरा एक महाराजा द्वारा श्रापित किया गया था, जिन्होंने वहां आत्महत्या की थी।इस कमरे के पास से गुजरने वाले लोग अकसर सिरदर्द, मतली या भारीपन महसूस करते हैं। कुछ तो कहते हैं कि वहां एक महिला की चीखें भी सुनाई देती हैं, जो राजा की रानी थी और साथ ही आत्महत्या कर चुकी थी।

5. रात के पहरेदार
रात के समय जयगढ़ किले में तैनात गार्ड्स द्वारा अक्सर यह दावा किया जाता है कि किले में "कोई" और भी है – एक साया, जो हर समय निगरानी करता है। कई लोग कहते हैं कि उन्होंने सफेद वस्त्रों में किसी को चलते देखा है, जो अचानक गायब हो जाता है।एक पुराने गार्ड की मानें तो एक बार उसने किसी को किले के ऊपरी हिस्से में देखा, और जब वहां जाकर जांच की, तो वह व्यक्ति कहीं नहीं मिला। बाद में उसे तेज बुखार हो गया और वह कई दिनों तक बड़बड़ाता रहा – “वो देख रहा था मुझे...”

क्या ये केवल अफवाहें हैं?
ऐतिहासिक इमारतों से जुड़े रहस्य और डरावनी कहानियाँ कोई नई बात नहीं हैं। लेकिन जयगढ़ किला इसलिए खास है क्योंकि यहां के स्थानीय लोगों, गाइड्स और यहां तक कि पर्यटकों के अनुभवों में एक अजीब समानता पाई जाती है।इन घटनाओं का कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण भले न हो, परन्तु इन कहानियों ने जयगढ़ को एक ‘हॉन्टेड किला’ के रूप में भी एक अलग पहचान दी है।

निष्कर्ष
जयगढ़ किला आज भी वास्तुकला और इतिहास प्रेमियों के लिए एक खूबसूरत जगह है, लेकिन उसके अंधेरे कोनों में जो रहस्य छिपे हैं, वे इसे और भी रोमांचक बना देते हैं।
अगर आप रोमांच और रहस्य से भरपूर स्थलों की यात्रा करने में रुचि रखते हैं, तो जयगढ़ किला आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है – बस इस बात का ध्यान रखें कि सूरज ढलने से पहले ही वहां से लौट आएं।

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