पठानकोट के शाहपुर शाहपुर चौक में स्थित लगभग 200 साल पुराने एक मंदिर में हाल ही में हुई खुदाई के दौरान ऐसी वस्तुएं मिलीं, जिन्होंने वहां मौजूद लोगों को चौंका दिया। बाऊलियां मंदिर में हुई इस खुदाई के दौरान 22 बम जैसे आकार की वस्तुएं प्राप्त हुईं, जिन्हें देखकर लोग सकते में आ गए। इन वस्तुओं के मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया, और पुलिस ने तुरंत इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी।
क्या हैं ये बमनुमा वस्तुएं?
मिली हुई बम जैसे आकार की वस्तुएं काफी पुरानी और जंग लगी हुई दिखाई दे रही हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि ये वस्तुएं सैकड़ों साल पुरानी हो सकती हैं। स्थानीय लोग इस आशंका को व्यक्त कर रहे हैं कि ये वस्तुएं हैंड ग्रेनेड या लांचर हो सकती हैं, लेकिन वास्तविकता का पता जांच के बाद ही चल पाएगा। इस प्रकार की वस्तुओं के मिलने से इलाके में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है, खासकर पठानकोट एयरबेस पर 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद से यहां सुरक्षा स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है।
खुदाई के दौरान बम जैसे सामान की खोज
बताया जा रहा है कि खुदाई के दौरान जब पहली बार बम जैसे आकार की चीज मिली, तो मजदूरों ने इसे एक सामान्य लोहे के टुकड़े के रूप में समझा और इसे दूर फेंक दिया। इसके बाद एक के बाद एक 22 बम जैसे टुकड़े बरामद हुए, और जब इन वस्तुओं के बारे में संदेह उत्पन्न हुआ, तो इसकी जांच की गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ वस्तुओं में पिन भी लगी हुई थी, जो इस बात की ओर इशारा करती हैं कि यह किसी तरह की विस्फोटक सामग्री हो सकती है।
1984 के दंगों के दौरान तालाब में फेंके गए हो सकते हैं ये सामान
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह बमनुमा चीजें साल 1984 के दंगों के दौरान किसी शरारती तत्व द्वारा मंदिर के तालाब में फेंकी गईं हो सकती हैं। उस समय तनावपूर्ण माहौल के कारण इन वस्तुओं को छुपाया जा सकता था। तालाब काफी समय से बंद पड़ा था, और अब जब वहां खुदाई की गई, तो यह सामान बाहर आया। इसके बाद खुदाई का काम तुरंत रोक दिया गया और इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी गई।
पुलिस की सक्रियता
पठानकोट में मिले इन बमनुमा वस्तुओं के बाद पुलिस प्रशासन ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। यह घटना पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद एक और सुरक्षा चूक का संकेत देती है। पुलिस इस मामले की गहरी जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि इन वस्तुओं से किसी प्रकार का खतरा तो नहीं है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि ये वस्तुएं वास्तव में बम हैं या कुछ और।
निष्कर्ष
पठानकोट के बाऊलियां मंदिर में मिली बम जैसी वस्तुएं स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी बन गई हैं। यह घटना सुरक्षा को लेकर नए सवाल खड़े करती है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाती है। फिलहाल इस मामले में पुलिस की जांच जारी है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पर पूरी तरह से पर्दा डाला जाएगा।

