अजब! इन देशों में जाते ही आप हो जाएंगे अमीर, 1 रुपये की कीमत हो जाएगी कई सौ रुपये, जानें
हमारे देश में एक रुपये के सिक्के की कीमत कोई नहीं समझता। भारतीय रुपया कई देशों की मुद्रा से काफी कम है। जबकि कुछ ऐसे देश भी हैं जहां भारतीय रुपए का मूल्य आपकी सोच से कहीं अधिक है। आप कल्पना भी नहीं कर सकते कि एक भारतीय रुपए की कीमत कुछ देशों में कई सौ रुपए के बराबर है। उन देशों में जाकर भारत का सबसे गरीब व्यक्ति भी अमीर बन जाएगा।
आपने अक्सर अपने आस-पास लोगों को यह कहते सुना होगा कि आजकल एक रुपए में कुछ भी नहीं मिलता। लेकिन अगर आप इस एक रुपए को किसी दूसरे देश में ले जाएं तो शायद आपको बहुत कुछ मिल जाए। आप उस देश के अमीर लोगों की सूची में भी शामिल हो जायेंगे। आज हम आपको कुछ ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां की मुद्रा भारतीय मुद्रा के मुकाबले काफी कमजोर है।
दोस्तों क्या आप सोच सकते हैं कि 1 रुपए की कीमत 592.73 रुपए हो सकती है। लेकिन यह सच है. ईरान में एक भारतीय रुपया 592.73 ईरानी रियाल के बराबर हो जाता है। आपको बता दें कि ईरान की मुद्रा रियाल है। ईरान-इराक युद्ध, इजरायल पर हमला और ईरानी सरकार ने दुनिया को परमाणु हथियारों की धमकी दी।
इस बीच, विश्व की महाशक्तियों ने ईरान पर आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर किया। यही कारण है कि ईरानी रियाल दुनिया की सबसे 'सबसे खराब' मुद्रा बन गयी। आज ईरान की मुद्रा पूरी दुनिया में सबसे कमजोर मुद्राओं में पहले नंबर पर है।
ईरान के बाद वियतनाम की डोंग दुनिया की सबसे कमजोर मुद्रा है। वियतनाम में एक भारतीय रुपया 310.07 वियतनामी डोंग के बराबर हो जाता है। वियतनाम अभी भी केंद्रीकृत अर्थव्यवस्था से बाज़ार तक के कठिन रास्ते पर है। इसके कारण आज इस देश की मुद्रा का अवमूल्यन लगभग हो चुका है। वर्तमान में वियतनाम की डोंग 'सबसे खराब मुद्राओं' की सूची में दूसरे नंबर पर है। काफी मुश्किलों से गुजर रहे वियतनाम की मुद्रा आज काफी कमजोर हो गई है।
इंडोनेशियाई रुपिया दुनिया की सबसे खराब मुद्राओं में तीसरे नंबर पर आता है। इंडोनेशिया में एक भारतीय रुपया 195.91 इंडोनेशियाई रुपिया के बराबर हो जाता है। दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित इंडोनेशिया एक आर्थिक रूप से स्थिर और विकसित देश है। इसके बाद भी इसके पैसे की विनिमय दर बहुत कम है।
देश के नियामक प्राधिकरण राष्ट्रीय मुद्रा को मजबूत करने के लिए सभी उपाय कर रहे हैं। हालाँकि, उनके सारे प्रयासों से केवल मामूली परिवर्तन ही होते हैं। इंडोनेशिया की मुद्रा बहुत कमजोर होने के कारण यह देश पर्यटन के लिए एक अच्छा विकल्प बन गया है। भारत के अधिकांश लोग अपनी छुट्टियां इंडोनेशिया में बिताना पसंद करते हैं।