सिंदूर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको......तो इसलिए गणेश जी को अर्पित किया जाता है सिंदूर, सामने आई ये बड़ी वजह
गणेश जी की पूजा में सिंदूर चढ़ाना एक बेहद खास और पवित्र परंपरा है। हर भक्त जानता है कि गणेश जी की प्रतिमा या मूर्ति पर लाल सिंदूर चढ़ाना शुभ माना जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्यों गणेश जी को खास तौर पर सिंदूर अर्पित किया जाता है? इस सवाल का जवाब जानना आपके लिए बेहद रोचक और ज्ञानवर्धक होगा।
सिंदूर चढ़ाने की परंपरा क्यों?
गणेश जी को सिंदूर लगाने की परंपरा कई पौराणिक कथाओं और धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी हुई है। सिंदूर, जो लाल रंग का पावन रंग होता है, हिंदू धर्म में शक्ति, ऊर्जा और शुभता का प्रतीक माना जाता है। यह रंग शांति, समृद्धि और रक्षा का भी प्रतीक है। जब हम गणेश जी को सिंदूर चढ़ाते हैं, तो इसका मतलब है कि हम उनके समक्ष अपनी श्रद्धा और भक्ति व्यक्त कर रहे हैं और उनसे अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और बाधा मुक्त मार्ग की प्रार्थना कर रहे हैं।
पौराणिक कथा: गणेश जी और सिंदूर
एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, एक बार गणेश जी ने अपनी माता पार्वती के शरीर पर सिंदूर लगाया था। जब वे बाहर निकले तो भगवान शिव ने देखा कि उनके पुत्र के पूरे शरीर पर सिंदूर लगा हुआ है। उन्होंने पूछा कि यह कैसे हुआ? पार्वती ने बताया कि यह सिंदूर गणेश जी ने उनकी पूजा के लिए लगाया था। यह दिखाता है कि सिंदूर केवल एक सजावट नहीं, बल्कि शक्ति और प्रेम का प्रतीक है।
इसी कारण से गणेश जी की मूर्ति पर भी भक्तों द्वारा सिंदूर चढ़ाया जाता है, ताकि उनकी कृपा बनी रहे और घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहे।
गणेश जी को सिंदूर चढ़ाने के फायदे
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बाधाओं से मुक्ति: गणेश जी को सिंदूर अर्पित करने से सभी विघ्न और बाधाएं दूर होती हैं।
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सकारात्मक ऊर्जा का संचार: लाल सिंदूर सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है, जो घर और मन को शुद्ध करता है।
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संपत्ति और समृद्धि: गणेश जी की पूजा में सिंदूर चढ़ाने से धन-धान्य और समृद्धि का आगमन होता है।
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आध्यात्मिक शुद्धि: यह भगवान गणेश की पूजा का एक पवित्र अंग है जो आत्मा को शुद्ध करता है।
सिंदूर चढ़ाने का सही तरीका
गणेश जी की मूर्ति या चित्र पर सिंदूर चढ़ाते समय श्रद्धा और भक्ति का होना अत्यंत आवश्यक है। पूजा के दौरान हल्दी, अक्षत (चावल), फूल, फल और मिठाई के साथ सिंदूर अर्पित करें। इससे गणेश जी की कृपा और बढ़ती है और पूजा का प्रभाव गहरा होता है।
निष्कर्ष
"सिंदूर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको" की यह कहावत सिर्फ एक मुहावरा नहीं, बल्कि गणेश जी के प्रति हमारी श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। सिंदूर चढ़ाने की परंपरा उनके जीवन में सकारात्मकता, शक्ति और समृद्धि लाने के लिए है। इसलिए अगली बार जब आप गणेश जी की पूजा करें, तो लाल सिंदूर जरूर चढ़ाएं और उनकी कृपा से अपने जीवन को सुख-शांति और सफलता से भर दें।

