
"मैं तो आरती उतारूं रे संतोषी माता की, जय-जय संतोषी माता जय-जय मां।"
यह भजन गीत अपनी समय की सबसे प्रसिद्ध धुनों में से एक रहा है, और इसके बाद से शुक्रवार को संतोषी माता का व्रत रखना एक प्रचलित धार्मिक परंपरा बन गया। आज भी बहुत सी महिलाएं संतोषी माता का व्रत रखती हैं, जिन्हें मां दुर्गा का एक स्वरूप माना जाता है। संतोषी माता को सुख, समृद्धि और मनोकामनाओं की देवी के रूप में पूजा जाता है।
जोधपुर का संतोषी माता मंदिर
राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित संतोषी माता का मंदिर भक्तों के बीच खास स्थान रखता है। इस मंदिर को "प्रगट संतोषी माता मंदिर" के नाम से भी जाना जाता है। यहां की खासियत यह है कि मंदिर की चट्टानें इस तरह से स्थित हैं कि ऐसा लगता है जैसे शेषनाग की छाया माता की मूर्ति पर पड़ रही हो। यह मंदिर शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध है, और मान्यता है कि यहां दर्शन करने आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
मंदिर का अद्भुत दृश्य और वातावरण
मंदिर के आस-पास एक अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता का नजारा है। पहाड़ियों के बीच स्थित "लाल सागर" नामक सरोवर और हरियाली से घिरी हुई यह जगह श्रद्धालुओं को शांति और आनंद प्रदान करती है। मंदिर के पास एक अमृत कुण्ड है, जिसके ऊपर हरा-भरा वट वृक्ष वर्षों से खड़ा है और पास से बहता झरना इस स्थल को और भी सुंदर बनाता है। मंदिर का यह क्षेत्र श्रद्धालुओं को शांति और आनंद का अहसास कराता है।
भक्तों के लिए कभी खाली हाथ नहीं लौटने वाली माता
मंदिर में हमेशा एक अखंड ज्योति जलती रहती है, और शारदीय नवरात्र के दौरान भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। यहां आए भक्तों का मानना है कि संतोषी माता कभी भी अपने भक्तों को खाली हाथ नहीं लौटाती। लोग दूर-दूर से माता के दर्शन करने और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए यहां आते हैं। राजस्थान के अलावा दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों से भी श्रद्धालु यहां आते हैं।
मंदिर में नि:शुल्क ठहरने की सुविधा
मंदिर में आने वाले दूरदराज से आए श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला की सुविधा है, जहां वे मुफ्त में ठहर सकते हैं। मंदिर में किसी प्रकार का चंदा नहीं लिया जाता है और न ही माता की चौकी लगाई जाती है। यह स्थान उन श्रद्धालुओं के लिए है जो अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ यहां आते हैं।
कैसे पहुंचे जोधपुर के संतोषी माता मंदिर?
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बस: आप दिल्ली से जोधपुर की बस पकड़ सकते हैं और फिर बस स्टैंड से ऑटो या टैक्सी लेकर मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
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ट्रेन: जोधपुर का मंडोर रेलवे स्टेशन मंदिर के पास स्थित है, जहां से आप ऑटो ले सकते हैं।
संतोषी माता का यह मंदिर एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है, जहां लोग अपनी आस्था और विश्वास के साथ हर समय माता की पूजा अर्चना करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।