अनोखी परंपरा! आखिर क्यों यहां महिलाओं को जिंदगी में सिर्फ एक बार नहाने का है चलन? कारण जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान
उत्तर भारत में एक बार फिर उमस भरी गर्मी का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में लोग गर्मी से बचने के लिए दिन में कई बार नहा रहे हैं। यकीनन आप भी गर्मी लगने पर दिन में कई बार नहाते होंगे। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की जनजाति की महिलाएं दिन में नहीं बल्कि जीवन भर में सिर्फ एक बार ही नहाती हैं। यह जानकर आपको बहुत अजीब लग रहा होगा और आप सोच रहे होंगे कि ये महिलाएं तब कितनी बदसूरत दिखेंगी जब ये अपने जीवन में केवल एक बार नहाएंगी। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये महिलाएं अपनी खूबसूरती बरकरार रखने के लिए जीवन में केवल एक बार ही नहाती हैं।
ये महिलाएं सिर्फ अपनी शादी में ही नहाती हैं और उससे पहले या बाद में हाथ भी नहीं लगाती हैं। दरअसल, इन महिलाओं को पानी छूने की भी इजाजत नहीं है, इसलिए ये महिलाएं अपने कपड़े भी नहीं धोती हैं। जब आप इन महिलाओं की तस्वीरें देखेंगे तो आपको भी लगेगा कि इनका रंग लाल है, लेकिन इसके पीछे एक वजह है। इस जनजाति की महिलाएं भले ही कभी नहीं नहाती हों लेकिन वे अपने शरीर को तरोताजा रखने के लिए एक जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करती हैं।
महिलाएं इस जड़ी बूटी को पानी में उबालकर इसके धुएं को अपने शरीर पर लगाती हैं ताकि बिना नहाए उनके शरीर से बदबू न आए। इतना ही नहीं, ये महिलाएं अपने शरीर की त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए जानवरों की चर्बी और हेमेटाइट (लोहे जैसा एक खनिज तत्व) से बना एक विशेष प्रकार का लोशन भी बनाकर इस्तेमाल करती हैं। हेमेटाइट के कारण इनके शरीर का रंग लाल हो जाता है। इन महिलाओं को लाल पुरुष भी कहा जाता है।