सिर्फ प्रयागराज में ही नहीं, बल्कि जयपुर के इस मदिर में भी होती है लेटे हुए हनुमान जी की पूजा

जयपुर की गगनचुंबी पहाड़ियों के बीच स्थित खोले के हनुमान जी मंदिर में हर साल लाखों भक्त दर्शन को आते हैं। 100 वर्षों से अधिक पुराना यह मंदिर एक ऐसी आस्था का प्रतीक है जिसे लोग "चमत्कारी" मानते हैं।
इस मंदिर का इतिहास स्थानीय संतों और राजपरिवार के सहयोग से जुड़ा है। कहा जाता है कि पहले यहां एक गुफा थी, जहां एक साधु को हनुमान जी के दर्शन हुए। उसी स्थान पर प्रतिमा स्थापित की गई, जो आज विशाल रूप में विराजित है।
धार्मिक दृष्टि से यह स्थान अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है। भक्तों का विश्वास है कि यहां से लौटने वाला व्यक्ति खाली हाथ नहीं जाता। कई लोग तो जीवन में एक बार पैदल यात्रा कर दर्शन करने की मन्नत मांगते हैं।
यहां की पूजा विधि में विशेष तौर पर हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ और विशेष हवन शामिल होते हैं। हर मंगलवार और शनिवार को यहां विशेष पूजा होती है और भंडारा भी आयोजित किया जाता है।
कई मान्यताएं ऐसी भी हैं कि गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोग यहां आकर स्वस्थ हुए हैं। भक्तों का कहना है कि अगर आप सच्चे मन से प्रार्थना करें, तो हनुमान जी हर संकट से बचा लेते हैं।