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मॅाडल की मिनी स्कर्ट पर मचा हंगामा, गिरफ़्तार करने पहुंची पुलिस

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दुनिया तेजी से आधुनिकता की ओर बढ़ रही है, लेकिन कुछ देश अब भी पारंपरिक मूल्यों और धार्मिक नियमों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। सऊदी अरब एक ऐसा ही देश है, जहां महिलाओं की सार्वजनिक छवि, पहनावे और स्वतंत्रता पर लंबे समय से नियंत्रण रहा है। हाल ही में इसी संदर्भ में एक मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ सऊदी अरब में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहस को जन्म दे दिया है।

 मिनी स्कर्ट में वीडियो वायरल, गिरफ्तारी तक बात पहुंची

सऊदी अरब के ऐतिहासिक उशायकिर किले में एक युवती का मिनी स्कर्ट पहनकर घूमना लोगों को नागवार गुज़रा। यह महिला मॉडल खुलूद (Khulood) बताई जा रही हैं, जिन्होंने यह वीडियो सबसे पहले अपने Snapchat अकाउंट पर साझा किया। वीडियो में वह खुले बालों में, रेत में मस्ती करती और स्कर्ट पहनकर कैमरे की ओर मुस्कुराते हुए नजर आती हैं। यह वीडियो बाद में यूट्यूब और ट्विटर पर भी वायरल हो गया।

वीडियो के वायरल होते ही विवाद खड़ा हो गया। कुछ लोगों ने इसे इस्लामी परंपराओं और संस्कृति का उल्लंघन बताया, जबकि कुछ लोगों ने खुलूद का समर्थन किया और महिलाओं की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की मांग उठाई।

 सरकार की सख्ती, खुलूद की गिरफ्तारी

विवाद बढ़ने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मॉडल खुलूद को गिरफ्तार कर लिया। सरकार की ओर से कहा गया कि यह कृत्य सऊदी अरब के संस्कृति और शालीनता के नियमों के खिलाफ है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि “अशोभनीय कपड़ों में सार्वजनिक स्थल पर घूमना देश के कानून का उल्लंघन है और इसमें शामिल व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”

 अबाया पहनना है अनिवार्य

गौरतलब है कि सऊदी अरब में महिलाएं सार्वजनिक रूप से अबाया (पूरे शरीर को ढकने वाला वस्त्र) पहनने की कानूनी और सामाजिक रूप से अनिवार्यता के तहत जीती हैं। बालों को भी हिजाब या शॉल से ढकना होता है। हालांकि हाल के वर्षों में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में कई सामाजिक बदलावों की शुरुआत हुई है, लेकिन महिलाओं की पोशाक संबंधी आज़ादी अभी भी एक संवेदनशील मुद्दा है।

 सोशल मीडिया पर दो टूक बहस

वीडियो के सामने आने के बाद ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक जबरदस्त बहस शुरू हो गई। कुछ लोगों ने खुलूद के खिलाफ सख्त सज़ा की मांग की, जबकि अन्य ने दोहरा मापदंड उजागर किया।

एक यूज़र ने लिखा: “अगर ये ट्रंप की बेटी होती तो इस पर कविताएं लिखी जातीं।”

एक और ने व्यंग्य करते हुए खुलूद के वीडियो में इवांका ट्रंप का चेहरा जोड़ दिया और कहा: “अब कोई परेशानी नहीं।”

लोगों ने यह भी याद दिलाया कि जब मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सऊदी दौरे पर आए थे, तो उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप और बेटी इवांका ने सऊदी की परंपराओं के विपरीत बिना सिर ढके वहां सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लिया था, लेकिन उस समय किसी ने आपत्ति नहीं की।

 महिला स्वतंत्रता बनाम धार्मिक परंपरा

यह मामला एक बार फिर इस सवाल को उठाता है कि आधुनिकता और महिला स्वतंत्रता का क्या स्थान है एक ऐसे समाज में जो अब भी धार्मिक मान्यताओं के सख्त अनुशासन में बंधा हुआ है। सऊदी अरब में हाल के वर्षों में महिलाएं गाड़ी चलाने लगी हैं, खेलों में हिस्सा लेने लगी हैं और अब कुछ रोजगार क्षेत्रों में भी प्रवेश कर चुकी हैं, लेकिन पहनावे पर अब भी कड़े प्रतिबंध बने हुए हैं।

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