जानिए एक ऐसे अनोखे मंदिर के बारे में, जहां स्थापित मां काली की मूर्ति को गर्मियों में आता है पसीना

भारत के मंदिरों में चमत्कारिक घटनाएं होना आम बात है और साथ ही इन सदियों पुराने मंदिरों में कई ऐसे रहस्य भी हैं जिनका पता आज तक वैज्ञानिक भी नहीं लगा पाए हैं। आज हम एक ऐसे ही चमत्कारी मंदिर के बारे में बात करने जा रहे हैं। गर्मियों में पसीना आना एक स्वाभाविक बात है। पसीना आना पूर्णतः प्राकृतिक है। लेकिन क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि एक मूर्ति को भी पसीना आ सकता है?
जी हां, आपने सही पढ़ा, मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक ऐसा मंदिर है जहां स्थापित देवी काली की मूर्ति को पसीना आता है। मंदिर में स्थापित मूर्ति से इतना पसीना निकलता था कि वहां के पुजारियों को मां काली के पसीने से भीगे हुए अपने कपड़े बदलने पड़ते थे।
इसे देखते हुए मां काली को गर्मी से बचाने के लिए वहां एसी लगाया गया। इस समय नवरात्रि चल रही है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी के दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं। जबलपुर में स्थापित इस मंदिर का नाम 'गोंड काली' है। ऐसा कहा जाता है कि अगर इस मंदिर में लाइट चली जाए तो मां काली को पसीना आने लगता है। यही कारण है कि मंदिर में 24 घंटे एसी चलता रहता है।
मंदिर में देवी काली की भव्य मूर्ति लगभग 600 ईसा पूर्व गोंडवाना साम्राज्य के दौरान स्थापित की गई थी। यहां तक कि वैज्ञानिक भी यह पता नहीं लगा पाए हैं कि देवी काली को पसीना क्यों आता है।