Samachar Nama
×

आखिर क्यों इस जगह को माना जाता है पृथ्वी की सबसे सुंदर जगह? 1 घंटे से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकता इंसान

जब दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों की बात आती है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में स्विट्जरलैंड या कश्मीर का नाम आता है। जो प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है। हर कोई दुनिया की..........
''''''''

जब दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों की बात आती है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में स्विट्जरलैंड या कश्मीर का नाम आता है। जो प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है। हर कोई दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों पर रहना चाहता है। लेकिन हर कोई ये सपना पूरा नहीं कर पाता. आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो दुनिया की सबसे खूबसूरत जगह है लेकिन यहां इंसान ज्यादा देर तक नहीं रह सकता।

हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे.हैरानी की बात तो यह है कि इस जगह पर सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि धरती की कोई भी प्रजाति ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह सकती। इस जगह पर आपको पानी से बचने के सभी संसाधन मिल जाएंगे, हालांकि यहां जीवित रहना मुश्किल है।दरअसल, हम बात कर रहे हैं यूरोपीय शोधकर्ताओं द्वारा खोजी गई एक ऐसी ही जगह की जहां ज्यादा पानी नहीं बल्कि जीवन है। सर्दियों में यहां का अधिकतम तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। ऐसा माना जाता है कि यहां का वातावरण मंगल ग्रह के समान है। यह अजीब और रहस्यमयी जगह अफ्रीका महाद्वीप के इथियोपिया देश में है।

Death of Earth: वो दिन कब आएगा जब हमारी पृथ्वी को निगल लेगा सूरज... कब होगी  धरती की मौत? - how long earth will survive ssc - AajTak

इस शोध के अनुसार इस स्थान पर पानी, हवा और वातावरण में अम्ल, लवण और जहरीली गैसें पाई जाती हैं। साथ ही इस स्थान का pH मान भी ऋणात्मक है। इसलिए यहां जीवन की संभावना न के बराबर है. इतना ही नहीं यह धरती का सबसे खतरनाक और खराब वातावरण है। यहां मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आपको बता दें कि यहां की झीलों के अंदर छोटे-छोटे ज्वालामुखी हैं, जो साल भर जहरीली गैसें और रसायन उगलते रहते हैं।इसीलिए यहां की जमीन रंगीन हो गई है, इस जगह को दलोल जियोथर्मल फील्ड के नाम से जाना जाता है। इस जगह पर आपको दुनिया के सारे रंग देखने को मिलेंगे। यहां मौजूद ज्वालामुखी के कारण डानाकिल झील में जहरीली गैसों, नमक, एसिड की मात्रा सबसे ज्यादा है। कहा जाता है कि यहां से कुछ दूरी पर स्थित एक गांव पूरी तरह से वीरान हो गया। इस गांव में 2005 के बाद से कोई रहने नहीं आया है और तब से यह गांव वीरान पड़ा हुआ है। अब इस जगह पर सिर्फ शोधकर्ता और कुछ फोटोग्राफर ही आते हैं।

Share this story

Tags