इस गांव के लोग नहीं पहन सकते जूता-चप्पल, उल्लंघन करने वालों को मिलती है सजा, 5000 सालों से चल आ रही है परंपरा
क्या आप पूरे दिन बिना जूते-चप्पल पहने घूम सकते हैं? यकीनन आपका जवाब नहीं होगा, लेकिन एक गांव ऐसा है जहां ..........
क्या आप पूरे दिन बिना जूते-चप्पल पहने घूम सकते हैं? यकीनन आपका जवाब नहीं होगा, लेकिन एक गांव ऐसा है जहां सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा गांव बिना जूते-चप्पल के रहता है। इस गांव में लोग नहीं करते जूते-चप्पल पहनने की गलती यहां के लोग जूते-चप्पल पहनने के नाम से ही नाराज हो जाते हैं।
दरअसल, तमिलनाडु में मदुरै से 20 किमी दूर एक ऐसा गांव है जहां लोगों को जूते-चप्पल पहनने की मनाही है। इस गांव का नाम कालीमायन है. इस गांव में सालों से किसी ने भी अपने पैरों में चप्पल या जूते नहीं पहने हैं। यहां तक कि इस गांव के लोग अपने बच्चों को भी इसे पहनने से मना करते हैं। अगर कोई गलती से भी जूते पहन लेता है तो उसे कड़ी सजा दी जाती है।
इस गांव में जूते-चप्पल न पहनने के पीछे लोगों का अपना-अपना कारण है। इस गांव के लोग सदियों से अपाची नाम के देवता की पूजा करते आ रहे हैं। उनका मानना है कि अपाची नामक देवता उनकी रक्षा करते हैं। इस देवता के प्रति आस्था दिखाने के लिए गांव की सीमा के अंदर जूते-चप्पल पहनना मना है।
इस गांव के लोग पीढ़ियों से इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं। गांव के लोगों को अगर कहीं जाना होता है तो वे हाथ में चप्पल लेकर गांव की सीमा से बाहर जाकर जूते-चप्पल पहनते हैं। और जब वापस आते हैं तो गांव की सीमा से पहले ही अपने जूते-चप्पल उतार देते हैं.