30 की उम्र से पहले आप कैसे बन सकते हैं करोड़पति, शख्स ने खोला पैसा कमाने का ये राज

हर इंसान के मन में कभी न कभी यह ख्याल जरूर आता है — "काश मैं भी करोड़पति बन जाऊं।" लेकिन ज़िंदगी की व्यस्तता, जिम्मेदारियाँ और सीमित आय के कारण यह सपना अधूरा रह जाता है। खासकर आज के दौर में जब महंगाई आसमान छू रही है और कम सैलरी में घर चलाना ही एक चुनौती बन गया है, तो करोड़पति बनने की कल्पना दूर की कौड़ी लगती है।
लेकिन इसी दौर में एक शख्स की सच्ची कहानी लोगों के लिए प्रेरणा बन रही है, जिसने साधारण सैलरी और सीमित संसाधनों के बावजूद 30 साल की उम्र से पहले ही करोड़पति बनने का सपना साकार कर दिखाया। इस शख्स ने अपनी कहानी Reddit पर साझा की, जिसे पढ़कर हजारों लोग मोटिवेट हो रहे हैं।
गरीबी में पला-बढ़ा, लेकिन सपने बड़े थे
उस शख्स ने अपनी कहानी की शुरुआत कुछ इस तरह की —
"मैं एक मिडल क्लास परिवार से आता हूं। मेरे पिताजी की आमदनी महीने के 10-12 हजार और मां की 5-7 हजार रुपये थी। बचपन से ही पैसों की कद्र करना सीखा। हमारे लिए हर रुपये की अहमियत थी। इसी वजह से पढ़ाई में हमेशा ईमानदारी रखी, हालांकि मैं आलसी था।"
शख्स ने बताया कि वह पढ़ाई में औसत से ऊपर था। 10वीं और 12वीं में 89% अंक हासिल किए और किसी तरह एक कॉलेज में दाखिला मिल गया। आर्थिक स्थिति खराब थी, लेकिन रिश्तेदारों की मदद से पढ़ाई पूरी की।
पहली नौकरी – 15,000 रुपये महीना
कॉलेज के अंतिम वर्ष में ही शख्स को नौकरी मिल गई। सैलरी थी 2.4 लाख रुपये सालाना यानी करीब 15,000 रुपये महीना। ये रकम भले ही बहुत कम थी, लेकिन शख्स ने अपनी लाइफस्टाइल को बहुत सादा और नियंत्रित रखा।
"मैंने कभी दिखावे की ज़िंदगी नहीं जी। जहां लोग बाइक और महंगे फोन में पैसे खर्च करते थे, वहां मैंने पैसों को बचाकर सही जगह लगाने की आदत डाली।"
12 LPA की नौकरी ने बदल दी किस्मत
पहली नौकरी के कुछ सालों बाद ही उसे एक और मौका मिला — और इस बार सीधी छलांग लगी 12 लाख रुपये सालाना पैकेज पर। यही वो मोड़ था जहां से उसने सही मायनों में इन्वेस्टमेंट और वेल्थ बिल्डिंग की शुरुआत की।
"जैसे ही मेरी सैलरी बढ़ी, मैंने उसका बड़ा हिस्सा निवेश में डालना शुरू किया। म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट, SIP, और कुछ लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट्स में पैसा लगाया। साथ ही, इमरजेंसी फंड और टैक्स प्लानिंग पर भी फोकस किया।"
कोविड के बाद तेजी से बढ़ी सैलरी और निवेश
कोरोना काल के बाद जब जॉब मार्केट में उछाल आया, तो उसकी सैलरी भी सीधी 32 लाख रुपये सालाना हो गई। इसके साथ ही उसका निवेश भी 45-50 लाख रुपये सालाना तक पहुंच गया।
"इस बढ़ती इनकम को देखकर मैं और भी सावधान हो गया। मैंने खर्चों को नियंत्रित रखा और इन्वेस्टमेंट की गति को और तेज किया। अब मेरी नेट वर्थ करोड़ों में है और मैं 30 साल की उम्र से पहले ही खुद को करोड़पति कह सकता हूं।"
45 की उम्र में रिटायर होने का प्लान
अब जब उसकी उम्र 30 के आसपास है और वह करोड़पति बन चुका है, तो अगला लक्ष्य है — 45 की उम्र में फाइनेंशियल फ्रीडम और रिटायरमेंट।
"मैं अब जीवन को अपने तरीके से जीना चाहता हूं। पैसे कमाने की रेस में नहीं, बल्कि एक संतुलित और सुकूनभरी ज़िंदगी चाहता हूं। हो सकता है कि एक और नौकरी बदलूं, लेकिन लक्ष्य है कि 45 साल तक फुली रिटायर हो जाऊं।"
युवाओं के लिए सफलता का मूल मंत्र
इस प्रेरक कहानी के अंत में शख्स ने युवाओं को सलाह दी:
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कम सैलरी को अपनी कमजोरी न बनाएं
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जल्दी निवेश करना शुरू करें, चाहे जितनी भी छोटी रकम से हो
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बजट बनाना और उस पर अमल करना सीखें
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लाइफस्टाइल इंफ्लेशन से बचें (सैलरी बढ़े तो खर्च नहीं)
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नॉलेज और स्किल्स में लगातार सुधार करें
“वक्त के साथ निवेश की ताकत को समझिए, क्योंकि समय ही सबसे बड़ा कंपाउंडिंग टूल होता है।”
निष्कर्ष
यह कहानी सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं है, बल्कि हर उस युवा की प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों में बड़ा सपना देखता है। करोड़पति बनना नामुमकिन नहीं है — जरूरत है सही दिशा में लगातार प्रयास करने की, और पैसा कमाने से ज़्यादा उसे सही तरीके से इस्तेमाल करने की।
तो अगर आप भी सोचते हैं कि कम सैलरी में कुछ नहीं हो सकता — तो दोबारा सोचिए! सफलता सिर्फ बड़े पैकेज से नहीं, बड़ी सोच से मिलती है।