खौफनाक! भारत की इन पांच जगहों पर भूल से भी मत रखना पैर नहीं तो...पार्टी करने घर आ जाएंगे भूत
दुनिया में भूतिया जगहों के बारे में कई कहानियां बताई जाती हैं, जिनके बारे में सुनने के बाद लोग वहां जाने से डरते हैं। इन स्थानों पर न केवल रात में बल्कि दिन में भी जाने से लोगों की हालत खराब हो जाती है। आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें भूतिया जगह माना जाता है।
इन प्रेतवाधित स्थानों के बारे में कई अलग-अलग मान्यताएं हैं। सबसे पहले बात करते हैं भानगढ़ किले की। यह राजस्थान में स्थित है। सूर्यास्त के बाद इस किले में लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। ऐसा माना जाता है कि राजकुमारी रत्नावती को पहली बार देखकर तांत्रिक सिंधु सेवड़ा काले जादू से सम्मोहित हो गए थे। इसके बाद उसने राजकुमारी को पाने की चाहत में उस पर काला जादू कर दिया। हालाँकि, काले जादू का असर उल्टा हुआ। इसके कारण तांत्रिक की मृत्यु हो गई।
ऐसा कहा जाता है कि मरते समय तांत्रिक ने भानगढ़ किले को नष्ट होने का श्राप दिया था। इसके बाद यह किला पूरी तरह बर्बाद हो गया। आज भी यहां कई आत्माओं के भटकने की कहानी कही जाती है। ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति रात में इस किले में जाने की गलती करता है, उसकी मृत्यु हो जाती है।
अग्रसेन की बावड़ी भी एक भुतहा स्थान है। राजधानी दिल्ली के कॉनॉट प्लेस से थोड़ी दूरी पर स्थित अग्रसेन की बावड़ी एक प्राचीन बावड़ी है, इसका निर्माण महाराजा अग्रसेन ने 14वीं शताब्दी में करवाया था। ऐसा कहा जाता है कि इसका काला पानी लोगों को सम्मोहित कर उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाता था। आज भी लोगों के मन में काफी डर है और आज भी लोग सूर्यास्त के बाद यहां नहीं आते हैं।
किंग्स चर्च भारत में ऐसी ही एक भुतहा जगह है। ऐसा भी कहा जाता है कि गोवा में स्थित कांसुलिम चर्च में भूतों का वास है। यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि आज भी तीन पुर्तगाली राजाओं की आत्माएं इस चर्च में भटकती हैं। जिसे चर्च में आने वाले लोग कई बार महसूस करते हैं।
सुरंग संख्या 103 भी एक भुतहा स्थान है। कालका से शिमला तक रेल मार्ग पर अनेक सुरंगों में से सुरंग संख्या 103 भूतों के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि इस सुरंग में आज भी भूत रहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस सुरंग के अंदर कुछ लोगों की आत्माएं रहती हैं। कुछ लोगों ने यहां पुरुषों और महिलाओं की आत्माओं को भटकते देखा है।
कुलधरा गांव भी ऐसा ही एक भुतहा गांव है। राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित कुलधरा गांव पिछले 170 वर्षों से वीरान पड़ा है। ऐसा कहा जाता है कि इस गांव में रहने पर व्यक्ति गायब हो जाता है। इस गांव में दूर-दूर तक नजर डालने पर सिर्फ उजाड़पन ही नजर आता है। ऐसा कहा जाता है कि इस गांव में पालीवाल ब्राह्मण रहते थे। लेकिन हवसी दीवान की नजर उसी गांव की एक लड़की पर पड़ी। अपने गांव की लड़की को बचाने के लिए गांव के लोग रात में ही गांव छोड़कर चले गए और श्राप दिया कि अब इस गांव में कोई नहीं बस पाएगा। तब से यह गांव वीरान हो गया और तब से इस गांव को भूतहा माना जाने लगा।