दुनिया की ऐसी खौफनाक जगह, जहां मरने वाले लोगों की आत्माएं अपने साथ ले जाते हैं परिजन और फिर....

हमारे देश में कई जगहों पर अजीब मान्यताएं और परंपराएं हैं। 21वीं सदी में भी कई लोग अंधविश्वास और तंत्र मंत्र में विश्वास करते हैं। मध्य प्रदेश के नीमच जिले में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। यहां लोग तंत्र मंत्र में विश्वास करते हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि यहां लोग मृत आत्माओं को लेने किसी श्मशान घाट नहीं बल्कि जिला अस्पताल से ले जाते हैं। यहां लोग जिला अस्पताल से मृत आत्माओं को ज्योति के रूप में घर ले जाते हैं। लोग इसके पीछे परंपरा और विश्वास का हवाला देते हैं। इस परंपरा को 'गटाला' कहा जाता है।
नीमच जिला अस्पताल में कई लोग तंत्र-मंत्र साधना कर मृत आत्माओं को अग्नि के रूप में घर ले जाते हैं। यहां के लोग इस विश्वास को बहुत महत्व देते हैं। लोग इस अनोखी परंपरा को 'गटाला' कहते हैं। जब किसी व्यक्ति की असामयिक मृत्यु हो जाती है तो यह परंपरा निभाई जाती है। इस परंपरा में परिवार के सदस्य मृतक की मूर्ति बनाकर उसकी पूजा करते हैं। यह परंपरा वर्षों पुरानी है।यदि परिवार के किसी सदस्य की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो पुजारी को घटनास्थल पर ही बुलाया जाता है। ये पुजारी तंत्र-मंत्र की मदद से मृतक की आत्मा कोअग्नि में डाल देते हैं। इसके बाद मृतक की आत्मा को ज्वाला रूपी पात्र में ले जाया जाता है।
माना जाता है कि मृत व्यक्ति की आत्मा पुजारी या मृतक के परिवार के सदस्य में प्रवेश करती है और उन्हें मूर्ति स्थापित करने का स्थान बताती है। फिर बताए गए स्थान पर उस मृत व्यक्ति की मूर्ति बनाई जाती है। इसके बाद उनकी पूजा की जाती है।हाल ही में जिला अस्पताल में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। पिछले सप्ताह अलग-अलग गांवों से करीब 5 से 6 परिवार के सदस्य जिला अस्पताल पहुंचे। जहां से तंत्र-मंत्र की साधना के बाद ज्योति ले जाई गई। यहां के समाज के अनुसार गटला (सिर) लगाने के बाद ही परिवार में शुभ कार्य होते हैं, अन्यथा परिवार में पारिवारिक क्लेश भी चलता रहता है।