रहस्यमयी लेटर के साथ घर पहुंचा केक, खाते ही हो गई लड़की मौत, फिर खुला ऐसा राज...
कई बार ज़िंदगी में ऐसी घटनाएं घट जाती हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। ब्राजील की एक 17 वर्षीय लड़की के साथ ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। यह मामला सिर्फ एक ट्रैजिक हादसा नहीं था, बल्कि इसके पीछे छिपी साजिश ने पुलिस और परिवार दोनों को हैरत में डाल दिया।
रहस्यमयी चिट्ठी और केक ने बिगाड़ी तबीयत
घटना साओ पाउलो के पास स्थित एक कस्बे की है, जहां एना लुइज़ा डी ओलीवेइरा नेवेस नाम की एक किशोरी अपने परिवार के साथ रहती थी। 30 मई की शाम को एक मोटरसाइकिल सवार कुरियर उनके घर एक डिलीवरी लेकर पहुंचा। उस पैकेज में एक ग्लास जार में बंद केक था, जिसके साथ एक चिट्ठी भी थी। चिट्ठी में लिखा था: “सबसे खूबसूरत लड़की के लिए एक तोहफा।”
एना और उसकी बहन ने बिना किसी शक के उस केक को स्वीकार कर लिया। एना ने केक खा लिया और कुछ ही समय बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उसे उल्टी और चक्कर आने लगे, जिसके बाद परिवार उसे अस्पताल ले गया।
एक ही दिन में हो गई दर्दनाक मौत
पिता सिल्वियो फेर्रेइरा ने बताया कि जब वह देर रात घर पहुंचे तो बेटी की हालत बिगड़ चुकी थी। तुरंत अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने फूड पॉइजनिंग की आशंका जताई और इलाज शुरू कर दिया। इलाज से थोड़ी राहत मिलने पर अस्पताल ने उसे छुट्टी दे दी।
लेकिन उसी शाम, घर के बाथरूम में एना अचानक गिर गई। आनन-फानन में उसे दोबारा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसे कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट (दिल और सांस का रुक जाना) हो गया। डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे और एना को मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि एना को ज़हरीला पदार्थ दिया गया था।
जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच
पुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह कोई सामान्य हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश थी। शक की सुई एना की ही एक दोस्त पर जा टिकी, जो उसी दिन उसके घर स्लीपओवर के लिए आई थी और एना की तबीयत बिगड़ने से लेकर उसकी मौत तक सबकुछ अपनी आंखों से देख रही थी।
पूछताछ में लड़की ने शुरुआत में खुद को निर्दोष बताया, लेकिन कड़ाई से पूछने पर उसने स्वीकार किया कि केक में उसने आर्सेनिक ट्राइऑक्साइड मिलाया था, जो एक जानलेवा ज़हर है। उसने यह ज़हर ऑनलाइन खरीदा था और खुद ही पैकेज बनाकर भिजवाया था।
पहले भी कर चुकी थी ज़हर भेजने की कोशिश
जांच में पता चला कि यह लड़की पहले भी एक और किशोरी को ज़हर भेज चुकी थी। उसने 15 मई को एक अन्य लड़की को भी इसी तरह का ज़हरीला केक भेजा था। हालांकि, वह लड़की ज़हर खाने के बाद अस्पताल में भर्ती हुई और उसकी जान बच गई।
आरोपी ने बताया कि वह दूसरी लड़की से नफरत करती थी क्योंकि उसकी वजह से उसके दो प्रेमी उसे छोड़कर चले गए थे। उसने स्वीकार किया कि उसका मकसद डराना था, हत्या नहीं। हालांकि पुलिस और परिवार इस बयान को सिरे से खारिज करते हैं, क्योंकि उसकी हरकतें किसी पूर्व नियोजित हत्या की तरह थीं।
समाज और कानून के लिए गंभीर चेतावनी
इस मामले ने समाज में किशोरों के भीतर पनपती मानसिक समस्याओं और साइबर माध्यम से ज़हर तक पहुंच जैसे खतरनाक ट्रेंड पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक तरफ किशोर उम्र की दोस्ती और दुश्मनी अब डिजिटल और खतरनाक मोड़ ले चुकी है, वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन ज़हर जैसी वस्तुएं बेचना और खरीदना भी गंभीर चिंता का विषय है।

