Gayatri Jayanti 2022 : आखिर कौन हैं मां गायत्री और कैसे हुआ ब्रह्मा जी से उनका विवाह, इस वायरल वीडियो में देखें और जानें सबकुछ

गायत्री जयंती हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन माता गायत्री प्रकट हुई थीं। माता गायत्री को वेदमाता कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सभी देवता उनकी पूजा करते हैं। कुछ लोग गायत्री माता को ब्रह्मा जी की पत्नी भी कहते हैं। जानिए कौन हैं मां गायत्री, कैसे प्रकट हुईं और कैसे हुआ ब्रह्मा जी से उनका विवाह?
माता गायत्री को वेदों की माता कहा जाता है। कहा जाता है कि सभी वेदों की उत्पत्ति माता गायत्री से हुई है, इसलिए उन्हें वेदों की माता कहा जाता है। माता गायत्री का मंत्र भी सर्वश्रेष्ठ मंत्र माना जाता है। कहा जाता है कि इस मंत्र में चारों वेदों का सार छिपा है। माता गायत्री को देव माता भी कहा जाता है क्योंकि संसार के रचयिता, संचालक और संहारकर्ता यानि ब्रह्मा, विष्णु और महेश भी इनकी पूजा करते हैं।
कहा जाता है कि सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी ने माता गायत्री का आह्वान किया था। फिर उन्होंने अपने चारों मुखों से गायत्री मंत्र की व्याख्या चार वेदों के रूप में की। इससे प्रसन्न होकर माता गायत्री अवतरित हुईं। इसके बाद माता गायत्री को वेदमाता कहा जाने लगा और गायत्री मंत्र को चारों वेदों का सार कहा जाने लगा। पहले गायत्री मंत्र की महिमा केवल देवी-देवताओं तक ही सीमित थी लेकिन महर्षि विश्वामित्र ने कठोर तपस्या करके इस मंत्र को आम लोगों तक पहुंचाया।
माता गायत्री को ब्रह्मा जी की पत्नी भी माना जाता है। शास्त्रों में ब्रह्मा जी की पांच पत्नियों का उल्लेख मिलता है। ये पांच पत्नियां हैं सावित्री, गायत्री, श्रद्धा, मेधा और सरस्वती। अधिकतर सावित्री और सरस्वती का नाम लिया जाता है। गायत्री माता के ब्रह्मा जी से विवाह के विषय में एक कथा प्रचलित है। कथा के अनुसार एक बार ब्रह्मा जी को एक यज्ञ में शामिल होना था, लेकिन उस समय उनकी पत्नी सावित्री उनके साथ नहीं थीं। कोई भी शुभ कार्य पत्नी के बिना पूरा नहीं माना जाता। फिर उन्होंने गायत्री माता से विवाह किया और यज्ञ में भाग लिया।