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इस देश के पूर्व राष्ट्रपति के 35,000 महिलाओं के साथ थे संबंध, चार दशक तक किया था देश पर राज

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फिदेल कास्त्रो का नाम एक ऐसे राजनेता के रूप में लिया जाता है जिन्होंने न केवल अपने देश क्यूबा पर 50 साल से ज्यादा समय तक राज किया, बल्कि उनकी शख्सियत और निजी जीवन के बारे में भी काफी चर्चाएं होती रही हैं। फिदेल कास्त्रो, जिनका नाम क्यूबा की क्रांति और कम्युनिस्ट शासन के प्रतीक के तौर पर लिया जाता है, ने 1959 में क्यूबा में तानाशाह फुल्गेंकियो बतिस्ता की सत्ता को उखाड़ फेंका और क्यूबा के प्रधानमंत्री बने। बाद में वे क्यूबा के राष्ट्रपति भी बने।

फिदेल कास्त्रो का शासन क्यूबा के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण था, लेकिन उनकी निजी जिंदगी भी उतनी ही दिलचस्प रही। एक नई डॉक्युमेंट्री में यह खुलासा हुआ है कि फिदेल कास्त्रो ने अपनी 82 साल की उम्र तक करीब 35,000 महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाए थे।

फिदेल कास्त्रो का निजी जीवन और उनकी आदतें

यह जानकारी कोई आम बात नहीं है और यह उस वक्त के दस्तावेजों और अधिकारियों के बयान पर आधारित है। रिपोर्ट के मुताबिक, कास्त्रो का यह सिलसिला चार दशकों तक चला, और उन्होंने लगभग हर दिन दो महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। यह दावा न्यूयॉर्क पोस्ट ने एक अधिकारी के हवाले से किया था, जिसने कास्त्रो के करीबी रिश्तों को उजागर किया था।

ऐसी जानकारी उनके सख्त और क्रांतिकारी छवि के साथ बहुत विरोधाभासी प्रतीत होती है, लेकिन उनके निजी जीवन की यह कहानी उनके व्यक्तित्व के एक और पहलु को दर्शाती है।

फिदेल कास्त्रो का राजनीतिक करियर

फिदेल कास्त्रो का राजनीतिक करियर भी उतना ही चर्चित रहा है। क्यूबा की क्रांति के दौरान उन्होंने फुल्गेंकियो बतिस्ता की तानाशाही को समाप्त किया और देश में कम्युनिस्ट शासन की नींव रखी। कास्त्रो के नेतृत्व में क्यूबा ने कई सामाजिक और राजनीतिक बदलाव देखे, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और कृषि सुधार प्रमुख थे।

कास्त्रो क्यूबा के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले नेता रहे, और उन्होंने अपने देश को अमेरिका के प्रभुत्व से स्वतंत्र रखा। कास्त्रो का नेतृत्व 1959 से 2008 तक चला, जब उन्होंने अपने छोटे भाई राउल कास्त्रो को सत्ता सौंप दी। उनके बाद भी क्यूबा में उनका प्रभाव बना रहा, और उन्होंने समाजवाद के समर्थक के रूप में अपनी छवि बनाई।

फिदेल कास्त्रो के रिकॉर्ड

फिदेल कास्त्रो का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है, लेकिन यह रिकॉर्ड किसी क्रांतिकारी कार्य के लिए नहीं, बल्कि उनके भाषण देने की क्षमता के लिए था। 29 सितंबर, 1960 को उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 4 घंटे 29 मिनट का भाषण दिया था, जो किसी भी राष्ट्राध्यक्ष द्वारा दिया गया सबसे लंबा भाषण था।

इसके अलावा, उनका एक और रिकॉर्ड क्यूबा में 1986 में हुआ था, जब उन्होंने 7 घंटे 10 मिनट का भाषण दिया था। यह भाषण क्यूबा की कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस में दिया गया था। कास्त्रो का यह लंबा भाषण उनकी शख्सियत और विचारधारा को दर्शाता था।

इसके अलावा, कास्त्रो की गाय "उब्रे ब्लांसा" का नाम भी रिकॉर्ड बुक में दर्ज है। यह गाय एक दिन में 110 लीटर दूध देने के कारण प्रसिद्ध हुई थी।

फिदेल कास्त्रो का निधन

फिदेल कास्त्रो ने 25 नवंबर 2016 को 90 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनका निधन क्यूबा और दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण घटना मानी गई। कास्त्रो के निधन के बाद क्यूबा में शोक का माहौल था, क्योंकि वे क्यूबा के एक महान नेता और क्रांतिकारी के रूप में हमेशा याद किए जाएंगे।

निष्कर्ष

फिदेल कास्त्रो का जीवन बहुत ही विवादास्पद और दिलचस्प रहा है। एक ओर जहां उन्हें अपने देश क्यूबा में एक क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में सम्मान प्राप्त था, वहीं दूसरी ओर उनकी निजी जिंदगी और आदतें भी हमेशा चर्चा का विषय बनी रही। चाहे उनका राजनीतिक करियर हो या उनकी निजी जिंदगी के राज, फिदेल कास्त्रो ने हमेशा अपनी शख्सियत से दुनिया को चौंकाया और अपने फैसलों से दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण नेताओं में से एक के रूप में अपनी पहचान बनाई

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